सोशल मीडिया में अपलोड कर रहे हैं वीडियो
शुरू होगा अन्नदाताओं का अन्न त्याग आंदोलन
मध्यप्रदेश में मक्का की खरीदी को लेकर किसान परेशान हो रहा है | आधे रेट पर फसल बेचने पर मजबूर किसानों ने अब सत्याग्रह करने का मन बना लिया है | इस आंदोलन की शुरुवात सिवनी जिले से हो रही है | कोरोना के चलते किसान सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन का वीडियो उपलोड कर रहे हैं | मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में मक्के की बम्फर फसल होती है | किंतु इस बार किसान अपनी फसल की लागत भी नही निकाल पा रहे है | जिसका सबसे बड़ा कारण 2019 में केंद्र सरकार द्वारा विदेशों से मक्के को आयात करना बताया जा रहा है | अब किसान सरकार से msp की मांग कर रहा है | सही रेट पाने के लिए किसानअब सत्याग्रह जैसे आंदोलन की तरफ बढ़ने लगा है | जिसकी शुरुवात सिवनी से हो गई है | कोरोना महामारी के चलते सिवनी के किसानों ने सत्याग्रह के लिए एक नया हल निकाला है | किसानो ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर सत्याग्रह के बैनर के साथ साझा किया जा रहा है | अपनी मांगों के वीडियो और डीपी बनाकर वे सोशल मीडिया में अपलोड कर रहे है |
किसानों का कहना है कि एक किविंटल मक्के की फसल में उन्हें 1400 से 1500 की लागत लगती है | और आज वही मक्का उन्हें बाजार में 900 रुपये में बेचना पड़ रहा है| किसानो का कहना है की सरकार किसानो की बात नहीं सुन रही है | अब अन्न दाताओं के लिए अन्न त्याग आंदोलन चलेगा | किसानो ने आरोप लगाया की अभी तक फसल बेचने के लिए उनको मेसेज नहीं आया | और उनके पास अब अगली फसल के बुवाई के लिए धन की वयवस्था भी नहीं है |