माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में शासकीय राशि का बंदरबाट
 Road Construction

भ्र्ष्टाचार के चलते होता हैं घटिया निर्माण,साल भर नहीं चलता

 

माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में पुल- पुलिया- एनिकट- शासकीय भवन, सड़क निर्माण कार्य मे  | सरकार से आई राशि का जैम कर बन्दर बाट होता हैं जिसका नतीजा हैं की कोई भी निर्माण कार्य साल भर भी नहीं टिकता और धराशी हो जाता हैं  |  और फिर रिपेयरिंग के नाम हर साल लाखों का खेल किया जाता हैं   

राजनांदगांव के माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में 3.75 करोड़ की लागत से बने घटिया एनिकट में हर साल रिपेयरिंग के नाम से लाखों रुपए निकाले जाते हैं |  इस वर्ष भी रिपेयरिंग के लिए हुए है 50 लाख रुपयें स्वीकृत हुए हैं |  मगर काम शुरू नहीं हुआ |  बारिश शुरू हो गई मगर रिपेयरिंग का काम शुरू ही नही हुआ  | पैसे की इस बंदरबांट में ये लोग इस लिए भी कामयाब हो जाते हैं क्यूंकि  |  नक्सलियों के ख़ौफ़ चलते कोई भी अधिकारी कार्य को देखने नहीं आता हैं |  माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में पुल- पुलिया- एनिकट- शासकीय भवन, सड़क निर्माण के कामो में  शासकीय राशि की बंदरबाट के चलते इतना घटिया किया जाता हैं की इस  |  भ्र्ष्टाचार के चलते साल भर भी निर्माण नही टिक पता  |  और फिर शुरू होता है, रिपेयरिंग के नाम पर हर साल लाखों रुपयों का खेल |