बैंक खातों के बदले नगद भुगतान की कर रहे हैं मांग
ग्रामीण आदिवासी बीजापुर में तेंदूपत्ता के नगद भुगतान को लेकर अपनी आवाज उठा रहे है | पहले भी कई बार ग्रामीणों ने बीजापुर कलेक्टर को ज्ञापन दिया | परन्तु आज तक तेंदूपत्ता के नगद भुगतान को लेकर कोई सुनवाई नही हुई | इस कारण हजारो ग्रामीण बीजापुर में अनिश्चित कालीन धरना देने पहुंचे हैं | ये लोग आदिवासी संस्कृति के अनुसार सभी देवी देवताओं को गाजे बाजे,लाव लश्कर के साथ ग्रामीण बीजापुर जिला मुख्यालय ले आये हैं|
बीजापुर में भी कोरोना के संक्रमण के डर से ग्रामीण जिला मुख्यालय आ कर बैंको में लाइन लगाना नही चाहते | ग्रामीणों को अपने अपने गावो से बीजापुर आने के लिए पर्याप्त वाहन सुविधा भी अभी उपलब्ध नही है | साथ ही साथ बैंको तक आने व जाने में ही उतना खर्च हो जाएगा जितना उनको तेंदूपत्ता का भुगतान होना है | और वर्तमान में कोरोना संक्रमण के चलते सारा सिस्टम बंद सा है | ग्रामीणों में डर है कि इस तरह भीड़ जमा होने से कोरोना संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा रहेगा | इसलिए एक बार फिर तेंदूपत्ता तोड़ने वालों ने इसके नगद भुगतान की व्यवस्था करने के लिए आंदोलन शुरू कर दिया है | पुलिस प्रशासन ने भी हजारो ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन को लेकर बीजापुर जिला मुख्यालय को सील कर दिया है और चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया है | ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने व समझाने के लिए प्रशासन की टीम सक्रीय है |