गुर्जर समाज जाति नहीं एक पूरी संस्कृति है
गुर्जर समाज जाति नहीं एक पूरी संस्कृति है
मध्यप्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव ने आज यहाँ स्थानीय तुलसीनगर स्थित गुर्जर भवन में गुर्जर समाज के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी समाज तब तक उन्नत नहीं कर सकता जब तक उसके लोग शिक्षित न हों। खासतौर से समाज की महिलाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को समाज के सभी बच्चों और महिलाओं को शिक्षित करने के संयुक्त प्रयास करने होंगे। शिक्षा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि समाज से ऊँच-नीच की भावना खत्म होती है।राज्यपाल श्री यादव ने कहा कि एक अच्छे समाज में पहचान बनाने के लिए बहुत जरूरी है कि सदियों से चली आ रही कुप्रथाओं और कुरीतियों से मुक्त होकर समतामूलक समाज का निर्माण करें। समाज के सभी लोगों को निजी लाभ-हानि से ऊपर उठकर और अपनी महत्वाकांक्षाओं से मुक्त होकर समाज की उन्नति होती है। निजी राग-द्वेष समाज-विकास के आड़े नहीं आना चाहिए। समूह हमेशा ही व्यक्तिगत हित से ऊपर होता है।इस अवसर पर राज्यपाल यादव ने मध्यप्रदेश पुलिस सर्विसेज में चयनित होने पर सुधीर गुर्जर, अनिल गुर्जर, शैलेन्द्र गुर्जर, उदयभान गुर्जर को सम्मानित किया। इसी क्रम में निर्मल गुर्जर दतिया, गौरव गुर्जर डबरा, सुश्री सृष्टि गुर्जर भिण्ड और मेडिकल एजुकेशन के लिए चयनित होने पर प्राची गुर्जर बैरसिया, कु.सरिता को पीएचडी(संस्कृत) में गोल्ड मेडल प्राप्त करने तथा कु. कृष्णा गुर्जर भोपाल को 12 वीं में 83 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर, कुमारी शिवानी गुर्जर को इंजीनियरिंग में ए.आई.ई.ई.ई में चयनित होने पर ट्राफी और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।सम्मेलन को समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह गुर्जर, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सरदार सिंह डंगस, सर्वक्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह भदौरिया तथा पूर्व विधायक श्री जोधाराम गुर्जर ने भी सम्बोधित किया।पूर्व में राज्यपाल श्री यादव ने दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने समाज की पत्रिका ‘‘गुर्जर चेतना’’ का विमोचन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल यादव को स्मृति-चिन्ह एवं अभिनंदन-पत्र भेंट किये गये।