जोहान्सबर्ग के टालस्टाय फार्म में स्मृति उद्यान के लिये एमपी देगा एक करोड़
जोहान्सबर्ग के टालस्टाय फार्म में स्मृति उद्यान के लिये एमपी देगा  एक करोड़
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान जोहान्सबर्ग के बाहर स्थित टॉलस्टाय फार्म के भ्रमण के दौरान वहाँ स्मृति उद्यान (गार्डन ऑफ रिमेम्बरेंस) की स्थापना के लिये मध्यप्रदेश सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये का योगदान करने की घोषणा की। फार्म में मुख्यमंत्री ने महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और वहाँ की धरती को प्रणाम किया। इस अवसर पर श्री चौहान ने कहा कि गाँधी के प्रिय सार्वभौमिक मूल्यों के संरक्षण की दिशा में यह मध्यप्रदेश की जनता और सरकार का एक विनम्र योगदान है। 'वसुधैव कुटुम्बकम'' की प्राचीन अवधारणा वर्तमान में और अधिक प्रासंगिक है।महात्मा गाँधी के 1914 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के 100 वें वर्ष के अवसर पर भारत के उच्चायुक्त द्वारा स्थानीय भारतीय समुदाय तथा दक्षिण अफ्रीकी सरकार के सहयोग से 20 जुलाई, 2014 को टॉलस्टाय फार्म में एक समारोह आयोजित किया जायेगा। समारोह में स्मृति उद्यान परियोजना को लागू करने के लिये एक ट्रस्ट का औपचारिक गठन किया जायेगा।टॉलस्टाय फार्म की स्थापना महात्मा गाँधी ने 1910 में 1100 एकड़ क्षेत्र में की थी। यह जमीन उनके दोस्त हर्मन केलेनबच्च ने दान की थी। इस जगह पर अलग-अलग पृष्ठभूमि, नस्ल और धर्म के लोग आकर रहने लगे और उन्होंने पेसिव रेजीस्टर्स का एक समुदाय बनाया। इस समुदाय ने दक्षिण अफ्रीका में नस्ल भेद और अन्याय के खिलाफ सत्याग्रह किया। महात्मा गाँधी ने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई के लिये जब 1914 में दक्षिण अफ्रीका छोड़ा तब यह फार्म बंद कर दिया गया। महात्मा गाँधी टॉलस्टाय फार्म में 1910 से 1913 तक 100 लोगों के साथ रहे, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल थे।