कोरोना काल में टीचर का अनोखा प्रयास
कोरोना कॉल में जहां बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है वहीँ एक टीचर ने खुद की स्कूटी पर चलता फिरता पुस्तकालय बनाकर बच्चों को शिक्षा देने का अनोखे अभियान चला रखा है | स्कूटी पर लायब्रेरी को देख लोग टीचर के प्रयास की प्रशंसा कर रहे हैं | बैढ़न में विंध्य नगर के हर्रई शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका उषा दुबे ने कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई के लिए खुद की स्कूटी में चलता फिरता पुस्तकालय बनाकर बच्चों को शिक्षित करने का एक अनोखा अभियान शुरू किया है | शिक्षिका उषा दुबे ने सुबह 8:00 बजे से बच्चों के बीच पहुँच जाती हैं | चलते फिरते पुस्तकालय के माध्यम से बच्चों को जागरूक करना उनकी अब दिनचर्या बन गई है | स्कूटी पर पुस्तकालय में अंग्रेजी | हिंदी विज्ञान सहित कई कहानियों की किताब होती हैं | उषा दुबे अपने स्कूल मे पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मोहल्ला में व बच्चों की बीच में जाती हैं और उनका ज्ञानवर्धन करती हैं | बच्चे उनका बेसब्री से इंतजार करते हैं | जैसे ही स्कूटी वाली मैम पहुंचती है | बच्चों की क्लास प्रारंभ हो जाती है | . एक क्लास में तकरीबन 20 से 25 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं | मोहल्ले मोहल्ले में पुस्तकालय वाली दीदी के आने से जहां बच्चे खुश है | वही उनके अभिभावक भी प्रसन्न हैं | जिस तरह स्कूल में होता है ठीक वैसे ही होमवर्क देना | पढ़ाना , टेस्ट लेना चलते फिरते पुस्तकालय की शिक्षिका उषा दुबे की आदत में शुमार हो गया है | बच्चों को पुस्तकालय के माध्यम से जानकारी तो मिल ही रही है | वर्तमान में कोरोना से कैसे बचाव किया जाए उसकी भी जानकारी शिक्षिका द्वारा इन बच्चों को दी जा रही है |