अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग का नोटिस
ग्वालियर में कोरोना कहर ढा रहा है | दिनों- दिन कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे है | हालात यह है कि कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 11 हजार के आसपास पहुंच गया है | लेकिन निजी अस्पतालों की मनमानी के चलते इसकी रोकथाम नही हो पा रही है |
कोरोना संक्रमण काल में लापरवाही का ताजा मामला ग्वालियर के आर.जे.एन अपोलो हॉस्पिटल से जुड़ा है | जहाँ पर म्रतक की जानकारी नही देने पर सीएमएचओ ग्वालियर ने नोटिस जारी कर आर.जे.एन अपोलो हॉस्पिटल से 2 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है | अगर दो दिन में हॉस्पिटल प्रबंधन नोटिस का जबाव नही दे पाता है तो हॉस्पिटल को कोविड- 19 के मानकों के तहत डीसीएचसी की मान्यता रद्द कर दी जाएगी | दरअसल 30 सितम्बर को एक बुजुर्ग की मौत के बाद अस्पताल एम्बुलेंस ने शव को मुरार चिकित्सालय छोड़ दिया | इसके लिए किसी भी सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमति अस्पताल संचालक द्वारा नही ली गयी | नियम के तहत कोविड- 19 के पॉजिटिव मरीज की मृत्यु होने पर निर्धारित मानकों के अनुसार दाह संस्कार की यथोचित कार्यवाही की जानी थी .... जिस पर सीएमएचओ ने आरजे एन हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते नोटिस जारी किया है |