अपने लाभ के लिए शमशान पर अतिक्रमण
मध्यप्रदेश में खनिज माफिया तथा पत्थर ठेकेदारों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब उन्हें प्रशासन तथा नियम कायदे कानूनों का डर बिल्कुल भी नहीं रहा
| इसकी बानगी सागर में देखने को मिली जहाँ पत्थर रखने के लिए शमशान पर ही कब्ज़ा कर लिया गया है |
सागर के शाहगढ़ तहसील के सेमरा रामचंद्र खनिज माफिया और पत्थर ठेकेदार ने अपने पत्थर का स्टॉक करने के लिए न सिर्फ शमशान के रास्ते को बंद किया बल्कि श्मशान घाट पर भी अतिक्रमण करते हुए पत्थरों का स्टॉक रख दिया | शमशान का रास्ता बंद होने तथा श्मशान घाट पर कब्जा होने के चलते ग्रामीणों को अंतिम संस्कार के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है | खनन माफियाओं का आतंक इतना है कि उसके भय के कारण गांव में कोई व्यक्ति उसके खिलाफ आवाज उठाने की हिमाकत नहीं कर पा रहा है | ठेकेदार ने शमशान की भूमि के साथ-साथ आसपास के किसानों की जमीन पर भी कब्जा कर रखा है तथा इन किसानों द्वारा कई बार अपनी जमीन का नाप करने का आवेदन देने तथा पैसा जमा करने के बाद भी ना तो जमीन की नाप हो रही है और ना ही ठेकेदार पर कोई कार्यवाही |
इस मामले में प्रशासन की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता | क्योंकि यह अतिक्रमण तथा कब्जा ग्राम के अंदर नहीं बल्कि मुख्य मार्ग से लगा हुआ है | जहां से अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है | फिर भी इस ओर किसी का ध्यान ना जाना अपने आप में कई सवालिया निशान खड़े करता है | इस मामले में खनिज विभाग के अधिकारि का कहना है कि मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है | इसमें जांच उपरांत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी | अब देखना है कि मामला खनिज विभाग के सामने आने के बाद कब तक इस मामले में कार्रवाई होती है तथा मुक्तिधाम को कब इस अतिक्रमण से मुक्ति मिल पाती है |