आईजी से मिलकर की आतंक खत्म करने की बात
आदिवासी विरोधी एवं विकास विरोधी गतिविधियों को लेकर बस्तर के युवक और युवतियों ने माओवादियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है | बस्तर त माटा" अभियान के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने पुलिस महानिरीक्षक से मिलकर अपने विचार रखे | और माओवादियों द्वारा लोगों को परेशान करने की बात कही | नक्सल प्रभावित ईलाकों के युवक-युवतियों ने आईजी सुन्दरराज पी. , पुलिस अधीक्षक दीपक झा, से मिलने जगदलपुर पहुंचे | मुलाकात के दौरान बाहरी माओवादी नेता के ईशारे पर दक्षिण बस्तर क्षेत्र में निर्दोष आदिवासियों को नक्सलियों द्वारा प्रताड़ित करना, जनसुविधा के लिए बनाया गया सड़क, पुल-पुलिया को क्षतिग्रस्त करना एवं माओवादियों के अन्य विकास विरोधी एवं जनविरोधी हरकतों की निन्दा करते हुये अपना विचार प्रगट किये |
उन्होंने बताया कि नक्सली हमें पढ़ने नहीं देते | हमको नक्सलवाद को खत्म करना है | लोगों को जागरूक करना है | जब हम पढ़ेंगे और रोजगार मिलेगा तभी वह अंधेरे में नहीं जाएंगे | और यहां से जाकर हम गांव गांव में लोगों को जागरूक भी करेंगे |
बस्तर ig सुन्दर राज पी ने बताया कि बस्तर की पहचान नक्सलियों से नहीं होनी चाहिए | बस्तर की पहचान यहां की वादियो से होनी चाहिए | नक्सलियों ने विगत 20 वर्ष में 17 सौ से अधिक ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है | इन्हीं सब बातों को लेकर ग्रामीण आहत है | हमने भी इन बच्चों की गंभीरता से बातें सुनी है | उन्होंने कहा जल्दी ही नक्सलवाद की समस्या सुलझा ली जायेगी |