माँ ने टीवी पर देखी बेटे की शपथ
मोदी बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं । प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने नरेंद्र मोदी सोमवार को जैकेट पर 'कमल' के बजाय 'तिरंगा' लगा कर राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उनके प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजनाथ सिंह ने सबसे पहले कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। तीसरे नंबर पर अब तक नेता प्रतिपक्ष रहीं सुषमा स्वराज का नाम पुकारा गया। फिर आए अरुण जेटली। चौथा नाम वेंकैया नायडू का था । वेंकैया के बाद राष्ट्रपति ने नितिन गडकरी को शपथ दिलाई। फिर वी. सदानंद गौड़ा और उनके बाद उमा भारती बुलाई गईं। फिर नजमा हेपतुल्ला ने शपथ ली। उनके बाद गोपीनाथ मुंडे को बुलाया गया। मुंडे के बाद भाजपा के साथी दल लोजपा के रामविलास पासवान को शपथ दिलाई गई। उनके बाद कलराज मिश्र का नाम पुकारा गया। फिर मेनका गांधी और उनके बाद अनंत कुमार ने शपथ ली। फिर रविशंकर प्रसाद आए। इनके बाद अशोक गजपति राजू और अनंत गीते ने क्रमश: शपथ ली। उनके बाद फिर एक और महिला नेता हरसिमरत कौर ने शपथ ग्रहण किया। उनके बाद नरेंद्र सिंह तोमर का नाम पुकारा गया। फिर जुएल उरांव आए। उनके बाद राधामोहन सिंह मंत्री बने। फिर थावरचंद गहलोत ने शपथ ली। उनके बाद स्मृति ईरानी ,डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाए जाने का सिलसिला शुरू हुआ। राज्य मंत्रीराज्य मंत्री के तौर पर सबसे पहले जनरल (रि.) वी.के. सिंह ने शपथ ली। फिर गुड़गांव से सांसद इंद्रजीत सिंह राव और संतोष गंगवार ने शपथ ली। फिर श्रीपाद नाइक बुलाए गए। उनके बाद धर्मेंद्र प्रधान और फिर सरबानंद सोनवाल ने शपथ ली। फिर भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर बुलाए गए। राष्ट्रपति भवन में आयोजित मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए देश-विदेश की कई अहम शख्सियत पहुंचीं। इनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्रा रामगुलाम, श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे समेत कई विदेशी नेता यहां पहुंचे हैं। यहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी पत्नी गुरशरण कौर, पूर्व राष्ट्रपति एपीपे अब्दुल कलाम, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके पुत्र और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी,लाल कृष्ण आडवाणी, अमित शाह, प्रफुल्ल पटेल, शरद पवार, चंद्रबाबू नायडू, सुषमा स्वराज, उद्धव ठाकरे, रामविलास पासवान, अखिलेश यादव, पी. चिदंबरम, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, स्मृति ईरानी, वीके सिंह, रविशंकर प्रसाद, हेमा मालिनी, वेंकैया नायडू के अलावा किरण बेदी और अन्य वीआईपी लोग भी यहां पहुंचे हैं। वहीं, उद्योग जगत से मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी के अलावा अनिल अंबानी अपनी मां और अपने पूरे परिवार के साथ यहां पहुंचे हैं। वहीं बॉलीवुड से सलमान खान, उनके पिता सलीम खान, सोहेल खान के अलावा राकेश रोशन उनके पुत्र ऋतिक रोशन, धमेंद्र, सुरेश ओबरॉय और उनके पुत्र विवेक ओबरॉय, पूनम ढिल्लन, बप्पी लहरी भी पहुंचे हैं। इनके अलावा यहां हिंदू, मुस्लिम और अन्य धर्मों के कई गुरू भी पहुंचे हैं। यहां मेहमानों की अगवानी का जिम्मा अमित शाह ने संभाला। माँ ने टीवी पर देखी बेटे की शपथ नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन गांधी नगर में अपने घर पर टीवी के सामने नजरें गड़ा कर बैठी रहीं और अपने बेटे नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते हुए देखा। 92 साल की हीरा बा खराब स्वास्थ्य के चलते दिल्ली नहीं आई हैं। वह गांधीनगर में अपने बेटे के घर रहती हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री बनते ही मोदी प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास 7, रेसकोर्स रोड चले जाएंगे। वह अपने साथ बाद में अपनी मां को रखेंगे या नहीं, यह सवाल अभी बना हुआ है। 7, रेसकोर्स रोड अपने नए पीएम मोदी की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है। दीवारों पर नया पेंट, नई शक्ल में लॉन, नया फर्नीचर और विभिन्न तरह के फूलों से सजे इस भवन में मोदी का स्वागत किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि शपथ लेने के तुरंत बाद मोदी 7 RCR में प्रवेश कर सकते हैं, जहां वे 3 नंबर के बंगले में रुकेंगे, जो 12 एकड के प्रधानमंत्री निवास परिसर का गेस्ट हाउस है। वहीं उनसे पहले 10 साल तक पीएम पद पर रहने वाले डॉ मनमोहन सिंह शुक्रवार को ही अपने नए पते 3, मोतीलाल नेहरु मार्ग स्थित बंगले में शिफ्ट हो गए हैं। सीपीडब्ल्यूडी के एक अफसर के मुताबिक, बंगले की सभी बाहरी और अंदरूनी दीवारों पर पेंट का नया कोट किया गया है, लॉन को साफ और नया लुक दिया गया है और फ्लावर पॉट्स को भी पेंट किया गया है। इसी तरह गेस्ट हाउस की सजावट में भी कुछ परिवर्तन किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि एसपीजी के कुछ निर्देशों को ध्यान में रखकर भी परिवर्तन किए गए हैं। शपथ स्थल था अभेद किला देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में शपथ ली । समारोह में सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों सहित करीब चार हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आगंतुकों की सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। इसके लिए छह हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को समारोह स्थल और इर्द-गिर्द के इलाकों में तैनात किया गया है। सुरक्षा कर्मियों में दिल्ली पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स सहित विभिन्न राज्यों की रिजर्व बटालियन के जवान शामिल हैं। दिल्ली पुलिस के साथ वायु सेना और थल सेना के अधिकारी भी समन्वय कर रहे हैं। नई दिल्ली जिला पुलिस ने एहतियातन मंगलवार तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है। पूरे इलाके को नो फ्लाइंग जोन में तब्दील कर संबंधित एजेंसियों को सूचना दे दी गई है। संयुक्त पुलिस आयुक्त एमके मीणा के अनुसार गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा को लेकर व्यापक स्तर पर सुरक्षा नीति बनाई गई है। समारोह स्थल सहित पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू करते हुए सभी प्रकार की उड़ानों को पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।