गौशाला की जमीन पर किया था अवैध निर्माण
आधुनिक सुख-सुविधा का सामान जुटा रखा था
विरोध पर बाबा सहित सात लोगों को जेल भेजा गया
दिग्विजय :यह राजनितिक प्रतिशोध की चरम सीमा
अक्सर विवादों में रहने वाले कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माण पर जिला प्रशासन इंदौर ने कार्यवाई करते हुए | जम्बूड़ी हप्सी गांव में सरकारी जमीन पर बना आश्रम रविवार सुबह ढहा दिया | इस दौरान विरोध करने पर पुलिस ने बाबा सहित सात लोगों को धारा 151 की तहत जेल भेज दिया | बाबा के आश्रम से एक 315 बोर की बंदूक और एयर गन भी मिली है |
पूर्व नदी न्यास अध्यक्ष और कांग्रेस के लिए प्रचार प्रसार करने वाले कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माण पर इंदौर प्रशासन ने बुलडोजर चलाते हुए ध्वस्त कर दिया | कंप्यूटर बाबा यानि रामदेव दास त्यागी अपनी राजनीतिक संबंधों के कारण चर्चा में रहते हैं | हाल ही में कंप्यूटर बाबा विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ सभी 28 विधानसभाओं में लोकतंत्र बचाने की यात्रा लेकर पहुंचे थे | अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए बाबा को पहले नोटिस भी दिए गए थे | दो हजार रुपये का अर्थदंड लगाते हुए शासकीय भूमि से बेदखल करने का आदेश भी पारित किया गया था | बाबा ने यहां दो एकड़ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करके आश्रम, शेड और पक्के निर्माण कर लिए थे | यहां एयर कंडीशंड कमरे और उनमें आधुनिक सुख-सुविधा का सामान जुटा कर रखा गया था | यहां तीन सर्वे नंबरों की करीब 40 एकड़ शासकीय भूमि है | वर्ष 2000 में जिला योजना समिति ने यह जमीन गौशाला के लिए दी थी | बाबा के आश्रम से एक 315 बोर की बंदूक और एयर गन भी मिली है .| गांधी नगर थाना प्रभारी अनिल सिंह के चौहान के मुताबिक जो हथियार जब्त हुआ है उसका लाइसेंस था | पुलिस अब इसकी वैधता सीमा की जांच कर रही है | अतिक्रमण हटाने के दौरान बाबा और उनके अनुयायियों के विरोध को भांपते हुए प्रशासन के साथ पुलिस बल भी पहुंचा | अतिक्रमण हटाने के दौरान बाबा ने कार्रवाई का विरोध किया तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया | पुलिस अभिरक्षा में उन्हें और छह लोगों को सेंट्रल जेल भेज दिया गया | बाबा के इस अवैध निर्माण के टूटने पर कांग्रेस कहाँ पीछे रहने वाली थी | कांग्रेस से राज्यसभा संसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए इसे प्रतिशोध की चरम सीमा बताया |
कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने कार्यवाही का विरोध करते हुए कहा कि यह मंदिर कलोता समाज का है अगर मंदिर तोड़ने की कार्यवाही की गई तो पूरा कलोता समाज सड़क पर आकर आंदोलन करेगा |