लोगों ने की भगवान सूर्य देव की आराधना
परासिया में छठ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया | इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने घाट पहुंचकर सूर्य देव की पूजा अर्चना की | और प्रदेश की खुशहाली की कामना की |
पहले दिन नहाय खाये के साथ इस पर्व की शुरुआत होती है | दूसरे दिन निर्जला उपवास के साथ खरना मनाया जाता है | और अस्तगानी सूर्य को अर्ध दिया जाता है | लोक परंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठ मैया का संबंध भाई बहन का है | इसलिए छठ के मौके पर सूर्य की उपासना काफी फलदाई मानी जाती है | छठ को लेकर कहा जाता है कि इसका उल्लेख रामायण में भी है | लंका विजय के बाद राम राज्य की स्थापना के दिन कार्तिक शुक्ल षष्टि को भगवान राम और माता सीता ने उपवास किया था | और भगवान सूर्य की आराधना की थी | छठ का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष इसकी सादगी पवित्रता और लोकपक्ष है | श्रद्धालु कच्चे बांस से बने सूप और डाल में कम से कम पांच फलों और मिठाईयां और गन्ने को सजा कर छठ घाट तक ले जाते हैं | और डूबते सूर्य के तरफ मुंह कर के गाय के कच्चे दूध से अर्घ दिया जाता है | उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस पर्व की समाप्ति होती है | एवं पुरुष भक्ति भाव में पानी में खड़े होकर सूर्य भगवान की उपासना करते हुए सूर्य भगवान को गाय के कच्चे दूध से अरग देते हैं | परासिया न्यूटन नगरपरिषद में देवी जागरण के साथ श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना की गई |