पण्डित प्रभाकर कारेकर को राष्ट्रीय तानसेन सम्मान
मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित वर्ष 2012-13 के राष्ट्रीय तानसेन सम्मान से हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के सुप्रतिष्ठित गायक पण्डित प्रभाकर कारेकर को विभूषित किया जायेगा। श्री कारेकर आगामी दिसम्बर माह में 12 से 16 तारीख तक ग्वालियर में तानसेन संगीत समारोह के पहले दिन इस प्रतिष्ठा सम्मान से विभूषित होंगे।संचालक संस्कृति रेनू तिवारी ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा सम्मान की चयन समिति की बैठक पिछले दिनों भोपाल में की गयी थी। समिति में विख्यात शास्त्रीय गायिका आरती अंकलीकर टिकेकर, सितारवादिका मंजू मेहता और संगीत विदुषी पत्रकार मंजरी सिन्हा शामिल थीं। समिति ने सर्व-सम्मति से पण्डित प्रभाकर कारेकर का नाम अनुशंसित किया।राष्ट्रीय तानसेन सम्मान में 2 लाख रुपये की राशि, सम्मान-पट्टिका, शॉल एवं श्रीफल प्रदान किये जाते हैं। पण्डित प्रभाकर कारेकर की ख्याति देश के जाने-माने कलाकार के रूप में विगत तीन दशक से है। मुम्बई निवासी पण्डित कारेकर की सृजनात्मक पृष्ठभूमि गोवा रही है। बचपन से ही शास्त्रीय संगीत के प्रति उनका लगाव रहा है। उन्हें शास्त्रीय संगीत का गहरा ज्ञान गुरु पण्डित सुरेश हल्दनकर से प्राप्त हुआ। बाद में उन्होंने पण्डित जितेन्द्र अभिषेकी और पण्डित सी.आर. व्यास से संगीत के संस्कारों को परिष्कृत किया और अपनी गहन साधना से अपना शीर्ष स्थान बनाया। पण्डित कारेकर ने देश-दुनिया के प्रतिष्ठित आयोजनों में गरिमापूर्ण सहभागिता की है। उन्हें अनेक मान-सम्मान भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें महाराष्ट्र का लता मंगेशकर अवार्ड, क्लासिकल वोकलिस्ट अवार्ड और कुमार बाल गंधर्व अवार्ड शामिल हैं।प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने पण्डित प्रभाकर कारेकर को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एक सच्चा साधक श्रेष्ठ साधना के लिये सम्मानित किया जा रहा है।