परशुराम आश्रम को प्रशासन ने तोड़ा
  Parshuram Ashram

कांग्रेश ने बताया इसे धर्म पर हमला

परशुराम आश्रम में चला बुलडोजर

 

रीवा  में   इटावा बाईपास पर स्थित सरकारी जमीन पर बने परशुराम आश्रम को प्रशासन ने हटाने की कार्यवाही की  |  हालांकी मंदिर तोड़े जाने की मुहिम की जानकारी लगते ही आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए |  कांग्रेस पार्टी के नेता सिद्धार्थ तिवारी भी मौके पर पहुंचे उन्होंने शासन पर धर्म विरोधी होने का आरोप लगाया | 

प्रशासन ने दो घंटे चले विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार  परशुराम आश्रम को तोड़कर जमींदोज कर दिया बल्कि उनके कब्जे से तकरीबन 13 डिसमिल जमीन की अतिक्रमण मुक्त करा ली है | आश्रम के महंत स्वामी अखंडानंद महाराज ने शिवराज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि उनके शासनकाल में जिस तरह मंदिरों मठों को उजाड़ा जा रहा है | इसे देखकर यह लगता है कि यहां की सरकार धर्म विरोधी है  |  उन्होंने कहा कि हम साधु संत विश्व कल्याण के लिए पूजा पाठ  और भगवान की सेवा करते हैं |  हमारा कोई वारिस नहीं है ना ही जमीन  का  कोई लालच |  इस मसले पर कांग्रेस नेता एवं लोकसभा प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि आश्रम तोड़ने के बजाय अच्छा होता कि इसके लिए ट्रस्ट या समिति का गठन कर दिया गया होता इसके चेयरमैन कलेक्टर होते और स्थानीय पदाधिकारी कर्मचारी होते | काँग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने भी इस काम को धर्म विरोधी बताया | 

कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि उक्त मंदिर सरकारी जमीन पर बना हुआ था  |  जबकि आश्रम के नाम पर वहां एक इंची जमीन नहीं है |  हालांकि लोगों  को इसकी  जानकारी दे दी गई है | जमीन को भी सख्ती के साथ खाली करा लिया गया है |