खतरे में है अमरकंटक के रामघाट का अस्तित्व
  Existence of ramghat

नही बचा एक बूँद पानी ,चारागाह बना रामघाट  

व्यवस्था नहीं सुधारे जाने पर आंदोलन की चेतावनी

 

अनूपपुर जिले की  पवित्र नगरी और नर्मदा नदी  का उदगम स्थल अमरकंटक  इन दिनों अपने अस्तित्व से जूझ रहा  है |  महीनों पूर्व टूट चुके डैम के कारण मां नर्मदा के उदगम स्थल में मौजूद पानी समाप्त हो चुका है |  रामघाट में शासन और प्रशासन की  अनदेखी के चलते यहाँ पर अब तक कोई कार्यवाई नहीं की गई है | 

अमरकंटक में देशभर से श्रद्धालु यहाँ के  कुंड और नालों में स्नान करने आते हैं | रामघाट में जहां एक समय हजारों लीटर पानी से मां नर्मदा का  उदगम स्थल  लबालब दिखाई देता था  | वही यह स्थान अब पूरी तरह सूखा और चारागाह के रूप में दिखाई देने लगा है |  यहाँ आने वाले श्रद्धालु महज सूखे नाले को देखकर लौट  रहे हैं  | कारण जो भी हो लेकिन शासन और प्रशासन ने हमेशा इसकी अनदेखी ही की  | नगर परिषद अमरकंटक में बीते 3 महीने में चार सीएमओ को प्रभार मिल चुका है  | उसके बाद भी ना तो यहाँ सुंदरता दिखाई दे रही है  | और न ही इसकी व्यवस्था ठीक ढंग से की गई |  रामघाट में आज एक बूंद पानी  नहीं बचा है |  जिसको लेकर नगर परिषद अध्यक्ष  प्रभा पनारिया एवं उपाध्यक्ष रामगोपाल द्विवेदी के द्वारा  व्यवस्था सुधरने की मांग की गई है  ..  और कहा गया है की अगर अगर समय रहते मां नर्मदा के पावन धरा  पर ध्यान नहीं दिया गया तो  वह आंदोलन के लिए विवश होंगे  | उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक इस अव्यवस्था को लेकर पत्र दिया गया है |  उसके बाद भी ने इस और  ध्यान नहीं दिया  |