विंध्य क्षेत्र की अनदेखी, विकास के लिए बने विंध्य प्रदेश
सिंगरौली में विभिन्न संगठनों ने विंध्य प्रदेश बनाये जाने की मांग की है | संगठनो का कहना है विंध्य क्षेत्र के विकास के लिए विंध्य प्रदेश बनाया जाना जरूरी है | विंध्य क्षेत्र की अनदेखी लगातार की जा रही है | जिसके चलते इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है |
विंध्य प्रदेश बनाये जाने की मांग लगातार उठ रही है | सिंगरौली में सामाजिक कार्यकर्ता विजय लक्ष्मी शुक्ला, सपाक्स नेता जितेंद्र दुबे और भाजपा के युवा नेता ददौली शाह ने पृथक विंध्य प्रदेश बनाए जाने की मांग की है | विजय लक्ष्मी शुक्ला का कहना है कि रीवा ,सीधी, सतना ,शहडोल ,उमरिया सहित कुछ क्षेत्र पन्ना जिले का मिलाकर पृथक विंध्य प्रदेश बनाया जाए | जिसकी राजधानी रीवा व उपराजधानी औद्योगिक नगरी होने के कारण सिंगरौली को बनाया जाए | सिंगरौली जिले में प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए डीएमएफ फंड से आ रहे हैं | जिसका 75 प्रतिशत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल चला जाता है | और 25 प्रतिशत ही इस जिले में उपयोग हो पा रहा है | प्रथक विंध्य प्रदेश बनाकर यहां के लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठाया जा सकता है | और क्षेत्र का विकास भी होगा | गौरतलब है की हाल ही में मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी पृथक विंध्य प्रदेश बनाए जाने को मांग की थी | इसके पहले सवर्ण समाज पार्टी के नेता और पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी सहित कई नेताओं ने विंध्य प्रदेश बनाए जाने की मांग की थी |