जननायक टंट्या मामा की गाथा जनजन तक पहुंचे
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री कंवर विजयशाह ने कहा है कि टंट्या मामा जननायक थे। उनके आदर्शों एवं देशभक्ति को जन-सामान्य तक पहुँचाने केलिए उनकी स्मृति में स्मारक एवं आदमकद प्रतिमा का बनवाया जाना राज्य सरकार की ओर से की गई एक प्रभावी पहल है। खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री कुंवर विजयशाह आज खण्डवा जिले के पंधाना तहसील के ग्राम बड़ौदा अहीर में जननायक टंट्या मामा के स्मारक के लोकार्पण एवं आदमकद प्रतिमा के अनावरण के बाद मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेवरामजी उराव एवं सांसद नन्द कुमार सिंह चौहान भी मौजूद थे।खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री कुंवर विजयशाह ने अपने सम्बोधन में कहा कि जननायक टंट्या मामा ने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से संघर्ष किया। उनके आदर्श अन्याय के खिलाफ संघर्ष के थे। कुंवर विजयशाह ने बड़ौदा अहीर में 25 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन बनाये जाने की घोषणा की। उन्होंने इस कार्य के लिए संस्कृति एवं आदिम जाति कल्याण विभाग को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।संस्कृति राज्य मंत्री पटवा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति वर्ग के अनेक वीर योद्धाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। उनकी शहादत को चिरस्थायी बनाने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा लगातार प्रयास किये जाते रहेंगे। सांसद नन्द कुमार चौहान ने इस मौके पर टंट्या मामा के शौर्य एवं वीरता का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि भील समाज टंट्या मामा के आदर्शों को आत्मसात करते हुए शराब का त्याग संकल्प लेते हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए आगे का रास्ता खोले। कार्यक्रम को पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर विधायक लोकेन्द्र सिंह तोमर एवं देवेन्द्र वर्मा भी मौजूद थे। कार्यक्रम में टंट्या मामा के चित्रकांन करने वाले श्रेष्ठ कलाकारों महिमा पटेल तथा अमित गुप्ता को पुरस्कार प्रदान किये गये। कार्यक्रम में टंट्या मामा के जीवन पर केन्द्रित सीडी एवं पुस्तक का विमोचन भी किया गया।