आदिवासियों को आंदोलन से बचने की सलाह
बोधघाट परियोजना को लेकर चल रहे विरोध के बीच राज्यपाल अनुसुुईया उइके ने आदिवासी समाज को आंदोलनपरजीवियों से बचने की सलाह दी | तीन दिनी बस्तर दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि बस्तर में पांचवी अनुसूची और पेसा कानून लागू है | ग्रामसभाओं को पर्याप्त अधिकार दिए गए हैं |
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि बोधघाट परियोजना को लेकर काफी हो-हल्ला मचा हुआ है | कई तरह की शंका व्यक्त की जा रही है | अभी तो केवल सर्वे शुरू हुआ है | अगले साल फरवरी तक सर्वे पूरा होगा | इसके बाद ही पता चलेगा कि परियोजना से कितना फायदा और कितना नुकसान होगा | इसके बाद केंद्र सरकार की कई स्वीकृतियां लेनी होगी, लंबी प्रकिया है | सभी स्वीकृतियां मिलने के बाद ग्रामसभाओं के समक्ष मामला आएगा | अनुसुईया उइके ने कहा कि बोधघाट बनेगा तो सबकी सहमति से ही बनेगा | उन्होंने आदिवासी समाज को आंदोलनपरजीवियों से बचने की सलाह दी |
राज्यपाल ने कहा कि हिंसा से किसी लक्ष्य को नहीं पाया जा सकता | राज्यपाल अनुसुइया उइके कई कार्यक्रमो मे सम्मलित हुईं| इसी बीच वे बस्तर राजपरिवार से मिलने राज महल पहुंची | जहां उनका गरिमामयी स्वागत किया गया| राज्यपाल मे बस्तर महाराजा कमलचन्द भंजदेव एवं उनकी माताजी से भेंट की |