मैनपावर बनी समस्या
प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ने लगे है , इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की छत्तीसगढ़ इकाई ने सरकारी अस्पतालों में मैनपावर की दिक्कत की वजह से आपरेशन पेंडिंग की चिंता जाहिर की है। इसमें कान-नाक-गला रोग विशेषज्ञों के एसोशिएशन ने मुख्यसचिव को पत्र लिखकर जरूरत पड़ने पर अस्पतालों में जाकर अवैतनिक सर्जरी व सेवाएं देने तक की बात कही है। ईएनटी चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लैक फंगस होने पर संक्रमण तीन से चार दिन के भीतर मरीज के मस्तिष्क तक पहुंच जाता है।ऐसे में आपरेशन में देरी से मरीजों की स्थिति गंभीर हो रही। इसे देखते हुए उनके द्वारा प्रयास किया गया है। इधर राज्य में ब्लैक फंगस के लिए दवाओं की दिक्कत भी सामने आ रही है राज्य को 19 अप्रैल से अब तक 3465 एम्पोटेरेसिन-बी उपलब्ध हुए हैं। संचालक महामारी नियंत्रक डॉक्टर सुभाष मिश्रा ने बताया कि ब्लैक फंगस के दवाओं को लेकर प्रशासन ने नियंत्रण अपने हाथ में ले रखा है।