मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुआ आदित्य का पीएम
 death of thief

सवालों के घेरे में RPF, दोषियों पर कार्यवाई की मांग

 

सतना में  पकड़े गए  एक  चोरी के आरोपी की आरपीएफ  के लॉकअप में मौत  हो गई  |  इस मामले की   न्यायिक जांच की जा रही  है | आरोपी की मौत को लेकर परिवार वालों ने आरपीएफ पर मारपीट और हत्या का आरोप लगाया है  | और  दोषियों पर  कार्रवाई  की मांग की है  | 

रीवा निवासी 18 वर्षीय आदित्य पासी को  आरपीएफ  ने सतना स्टेशन से  चोरी के संदेह में पकड़ा था  |  आदित्य पर महानगरी ट्रेन में यात्रियों के मोबाइल चोरी का आरोप था  |  गिरफ्तारी के दो घण्टे बाद ही उसकी रहस्य परिस्थियों में मौत हो गई थी |  जिसके बाद  आरपीएफ पुलिस ने गुपचुप तरीके से शव को फांसी से उतार कर जिला अस्पताल  में शिफ्ट कर दिया | और मामले में करीब चार घण्टे तक पर्दा डालते रहे  |  आखिरकार करीब रात 10 बजे  मृतक के परिजनों को सूचना दी गई | और मौत की बजह कम्बल से फांसी लगाना बताया गया  | हंगामे के बीच  मामले की जांच करने आरपीएफ कमांडेंट भी पहुचे |  और पूरे मामले को ज्यूडिशरी जांच के लिए पत्र लिखा |  जिसके बाद  मृतक का पीएम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में किया गया |  बहरहाल मामले में आरपीएफ सवालों के घेरे में है |   नियम के तहत यदि आरपीएफ की संदेही अपराधी को प्लेटफार्म पर  पकड़ती है तो उसे जीआरपी पुलिस को सौंपती है |  मगर इस मामले में आरपीएफ ने ऐसा नही किया | इतना ही नही किसी संदेही को लॉकअप  में नही रखा जाता  | और सवाल ये भी हे  कि गर्मी के दिन में कम्बल  लोकआप में कहा से आया |