उज्जैन सिंहस्थ में सरकार करेगी 1584 करोड़ से विकास कार्य
प्रणव महाजन मध्यप्रदेश के उजैन सिंहस्थ-2016 में लगभग 5 करोड़ तीर्थ-यात्रियों के आने की संभावना को ध्यान में रखकर तैयारियाँ की जा रही हैं। शाही स्नान दिवसों में अधिकतम 75 लाख श्रद्धालु बाहर से आना संभावित है। सिंहस्थ के लिये बनाये गये मास्टर-प्लॉन में लगभग 1584 करोड़ के कार्य प्रस्तावित है। इसमें 851 करोड़ के कार्य सिंहस्थ मद तथा 733 करोड़ के कार्य विभागीय, पी.पी.पी., बी.ओ.टी. और एन्यूटी मोड पर किये जाना प्रस्तावित है। तीर्थ-यात्रियों की सुविधा के लिये लगभग 700 हेक्टेयर क्षेत्र में सर्व-सुविधायुक्त छह सेटेलाइट टाउन विभिन्न क्षेत्रों में बनाये जायेंगे। सिंहस्थ-2016 के लिये अब तक 402 करोड़ से अधिक लागत के कार्य मंजूर किये जा चुके हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर की अध्यक्षता में भोपाल में उज्जैन के सिंहस्थ-2016 के मास्टर-प्लॉन की समीक्षा में यह निर्णय लिया गया।नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने निर्देश दिए की जन-सुविधा की दृष्टि से आवश्यक सभी कार्य अनिवार्य रूप से किये जायें। सतत उपयोगी कार्यों को स्थायी रूप से तथा केवल सिंहस्थ के लिये महत्वपूर्ण कार्यों को अस्थाई स्वरूप में पूर्ण किया जाएगा। बैठक में सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष दिवाकर नातू, मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष डॉ. मोहन यादव, महापौर उज्जैन रामेश्वर अखण्ड, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एस.पी.एस. परिहार, संभागायुक्त उज्जैन अरुण पाण्डेय एवं कलेक्टर बी.एम. शर्मा तथा विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।मंत्री गौर ने कहा कि सिंहस्थ-2016 में श्रद्धालुओं के ठहराने के लिये बसाए जाने वाले सेटेलाइट टाउन में जरूरत के हिसाब से ही क्षेत्र शामिल किया जाये। उन्होंने उज्जैन के दर्शनीय-स्थलों की सूची में महर्षि संदीपनी आश्रम को शामिल कर उसके विकास की योजना बनाने को कहा।सिंहस्थ के लिये मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम 36 किलोमीटर लम्बा नया रिंग रोड बीओटी मोड में बनायेगा, कुल 21 किलोमीटर लम्बी सड़कों का उन्नयन, तीन रेलवे ओव्हर-ब्रिज एवं एक नदी पुल का निर्माण एवं 15 किलोमीटर लम्बी टू-लेन सड़क भी बनायी जायेगी। पाटीदार धर्मशाला से राणोजी की छत्री तक लगभग 250 मीटर लम्बाई का एक एलिवेटेड पाथ-वे एक करोड़ की लागत से बनाया जायगा। कार्तिक मेला ग्राउण्ड के समीप एक बहु-उद्देश्यीय सांस्कृतिक परिसर भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये बनाया जाना प्रस्तावित है। मेला में आने वाले अति-महत्वपूर्ण व्यक्तियों के ठहरने के लिये पाँच करोड़ की लागत से एक नये सर्किट हाउस के निर्माण के साथ ही उज्जैन हवाई-पट्टी का उन्नयन और क्षिप्रा होटल के विस्तार का कार्य भी किया जायेगा। पंचकोशी मार्ग में आने वाली ग्राम-पंचायतों के माध्यम से पेयजल एवं सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था के साथ ही मार्ग में वृक्षारोपण के कार्य श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए करवाये जायेंगे। तीर्थ-यात्रियों की सुविधा के लिये देवास गेट पर एक नया बस स्टैण्ड जन-निजी भागीदारी से बनाना प्रस्तावित है।श्री गौर ने बहु-उद्देश्यीय सांस्कृतिक परिसर एवं रिवर कॉरीडोर की डी.पी.आर. तैयार करने के साथ ही चल रहे निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये।[दखल]