शिवराज ने पालक बेटी रिंकी के विवाह में बरातियों का किया स्वागत
सुंदर सेवा आश्रम में पली-बढ़ी रिंकी परिणय-सूत्र में बँधी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विदिशा के मुखर्जी नगर में संचालित सुंदर सेवा आश्रम में पली-बढ़ी रिंकी आज पूरे धार्मिक रीति-रिवाज से परिणय-सूत्र में बँधी। वैवाहिक कार्यक्रम विदिशा के श्री बाढ़वाले गणेश मंदिर में हुआ। वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिये विशेष तौर पर मुख्यमंत्री चौहान परिवार सहित और उनके मंत्रि-मण्डल के सदस्य, वरिष्ठ अधिकारी, जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों ने नव-दम्पत्तियों को शुभाशीष दिया।शिवराज सिंह ने पालक बेटी रिंकी के विवाह में बारातियों का स्वागत किया। हर रस्म में साथमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह ने पालक माता-पिता की भूमिका निभाते हुए रिंकी की शिक्षा-दीक्षा का ही प्रबंध नहीं किया, बल्कि उसके विवाह करवाने का भी दायित्व निभाया। श्रीमती साधना सिंह ने रिंकी की हर वैवाहिक रस्म अपनी मौजूदगी में करवायी।सुंदर सेवा आश्रम में वर्ष 2000 में आयी रिंकी के लिये वर की तलाश का जिम्मा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पत्नी साधना सिंह को सौंपा था। बेटी रिंकी जिस वक्त आश्रम में आयी थी, तब उसकी उम्र मात्र 6 साल थी और अब वह 22 वर्ष की हो चुकी है। आश्रम की स्थापना मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2000 में विदिशा संसदीय क्षेत्र के सांसद रहते हुए की थी। हाई स्कूल तक शिक्षा प्राप्त रिंकी आज अहमदपुर के भंवरलाल मेहर के साथ परिणय-सूत्र में बँधी।