सिंहस्थ में रोजाना डेढ़ लाख श्रद्धालुओं को मिलेगा सस्ता खाद्यान्न
16 सेक्टर में स्थापित होंगी 40 उचित मूल्य दुकान उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के दौरान सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख साधु-संत और उनके अनुयायियों को 60 दिन तक प्रतिदिन 500 ग्राम खाद्यान्न, 150 ग्राम शक्कर और प्रति व्यक्ति प्रतिदिन एक लीटर केरोसिन रियायती दर पर उपलब्ध करवाया जायेगा। इसके लिये सिद्धवट, काल भैरव, गढ़कालिका सेक्टर में 6, मंगलनाथ, खिलचीपुर, खाक चौक में 13, रंजीत, दत्त अखाड़ा, मुल्लापुरा, उजड़खेड़ा, भूखी माता में 17, हरसिद्धि, नरसिंह घाट, लालपुर एवं चिंतामन गणेश सेक्टर में 4, इस तरह पूरे मेला क्षेत्र में 40 अस्थायी उचित मूल्य दुकान स्थापित की जायेगी। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सिंहस्थ के दौरान प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की जरूरत का आकलन किया है। गेहूँ प्रति व्यक्ति 350 ग्राम, 60 दिन के लिये 21 किलोग्राम का वितरण किये जाने का अनुमान लगाया गया है। इस तरह डेढ़ लाख सदस्य के लिये 3150 मीट्रिक टन गेहूँ, प्रति व्यक्ति 150 ग्राम चावल प्रतिदिन के मान से 60 दिन के लिये 9 किलोग्राम प्रति सदस्य के हिसाब से डेढ़ लाख लोगों के हिसाब से 1350 मीट्रिक टन चावल, इसी तरह डेढ़ लाख लोगों के लिये 1350 मीट्रिक टन शक्कर, 90 मीट्रिक टन नमक और 300 किलो लीटर केरोसिन की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से 1000 मीट्रिक टन गेहूँ और 50 मीट्रिक टन चावल भी खुले बाजार में विक्रय के लिये उपलब्ध रहेगा।60 हजार गैस सिलेण्डर की खपतसिंहस्थ मेला क्षेत्र में प्रत्येक सेक्टर में 16 अस्थायी गैस एजेंसी की स्थापना की जा रही है। सिंहस्थ में साधु-संत और उनके अनुयायियों को 5 किलो के सिलेण्डर वितरित किये जायेंगे। मेला अवधि में 60 हजार सिलेण्डर की खपत का अनुमान लगाया गया है। सिंहस्थ के दौरान उज्जैन नगर एवं उज्जैन पहुँच मार्गों पर 53 पेट्रोल-डीजल पम्प संचालित हो रहे हैं। इनकी भण्डारण क्षमता 1101 किलोलीटर पेट्रोल और 1612 किलोलीटर डीजल की है। वर्तमान में पेट्रोल 56 हजार लीटर और डीजल की प्रतिदिन औसत खपत 76 हजार लीटर है। सिंहस्थ में पेट्रोल एक लाख 32 हजार लीटर और डीजल एक लाख 66 हजार लीटर की खपत का अनुमान लगाया गया है। सिंहस्थ के दौरान खाद्यान्न, गैस सिलेण्डर और पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये 16 सहायक आपूर्ति अधिकारी, 44 कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सहित लगभग 100 व्यक्ति का अमला लगातार काम करेगा। इन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिलवाया गया है।