शिवराज ने किया जय महाकाल
शिवराज ने किया जय महाकाल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मानवता के कल्याण और सिंहस्थ महापर्व निर्विघ्न सम्पन्न होने के उद्देश्य से सपरिवार उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मन्दिर में देव-दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ महापर्व सब मिल-जुल कर मनायें। मुख्यमंत्री ने दर्शन के बाद श्री ओंकारेश्वर, श्री सिद्धिविनायक तथा साक्षी गोपाल के दर्शन भी किये।मुख्यमंत्री ने सपरिवार महन्त श्री प्रकाशपुरी जी से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसादी ग्रहण की। उन्होंने महन्तश्री से कहा कि आपकी कृपा बनी रहे। महन्त प्रकाशपुरी ने कहा कि राज्य सरकार ने सिंहस्थ महापर्व के सफल आयोजन के लिये बहुत अच्छी व्यवस्थाएँ और विकास के बहुत काम किये हैं। महाकाल ही सिंहस्थ को निर्विघ्न सम्पन्न करवायेंगे, ऐसी ईश्वर से कामना है। महन्तश्री ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे 18 अप्रैल को महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई में समय निकालकर अवश्य आयें। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ प्रभारी मंत्री भूपेन्द्रसिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, विधायक सतीश मालवीय, उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने आव्हान अखाड़े के भवन को कर-मुक्त करवाने की घोषणा कीमुख्यमंत्री सन्तों से सपत्नीक आशीर्वाद लिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के ग्राम सदावल स्थित श्री पंचदशनाम आव्हान अखाड़ा के नव-निर्मित भवन को नगर निगम कर से मुक्त करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री से अखाड़े के साधु-समाज ने नव-निर्मित भवन को टेक्स मुक्त करवाने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री ने आग्रह को स्वीकार करते हुए मौके पर ही भवन को कर-मुक्त करवाने की घोषणा की। इस पर साधु-समाज ने हर्ष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को तहेदिल से आशीर्वाद दिया। इसके पूर्व साधु-सन्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्पहारों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर आव्‍हान अखाड़े के सभापति श्रीमहन्त अमर शब्दानंदपुरी, महामंत्री सत्यगिरि, महन्त जय-विजय भारती सहित बड़ी संख्या में सन्त और महन्त उपस्थित थे।आव्हान अखाड़े के बाद मुख्यमंत्री श्री पंच अग्नि अखाड़ा स्थल पहुँचे, जहाँ सन्त-समाज ने अखाड़े में अब तक हुए विकास व निर्माण कार्यों के लिये मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। इस दौरान अग्नि अखाड़े के सभापति श्रीमहन्त ब्रह्मचारी गोपालानंद, महामंत्री गोविंदानंद ब्रह्मचारी, श्रीमहन्त लालबाबा, स्वामी मुक्तानंद सहित काफी संख्या में अखाड़े के साधु-सन्त उपस्थित थे। श्री चौहान ने दोनों अखाड़ों के सन्त-महन्त एवं साधुओं से सपत्नीक आशीर्वाद प्राप्त किया। अखाड़ों के भ्रमण के दौरान प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्रसिंह, अखिल भारती अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्रगिरि और अधिकारी मौजूद थे।