सरपंच नदारद, चक्का जाम करने की दी चेतावनी
टीकमगढ़ के चकरा निवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं | इस क्षेत्र में ना तो सड़कें हैं | ना ही पीने के पानी और शौचालय की समुचित व्यवस्था | चकरा आदिवासी हरिजन बहुल इलाका है | यहाँ के सरपंच और सचिव को सिर्फ आदिवासियों के वोट से मतलब है | इन सब से नाराज ग्रामीणों ने समस्या हल नहीं करने पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी है |
चकरा आदिवासी हरिजन बहुल इलाके के निवासी शासन और प्रशासन की अनदेखी के चलते नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं | ये आदिवासी सिर्फ नेताओं के लिए वोट बैंक हैं | यहाँ ना तो सड़कें हैं | ना ही स्वच्छ भारत अभियान के तहत यहां पर शौचालयों का निर्माण किया गया | ग्रामीण आज भी खुले मैदान में शौचा जाने के लिए मजबूर हैं | यहां के सचिव और सरपंच ग्रामीणों की सुध लेने नहीं आते | इलाके के सरपंच इमरत यादव कई सालों से ग्रामीणों को नजर ही नहीं आये | मोहल्ला के निवासियों को पीने के पानी के लिए 1 किलोमीटर दूर से पानी भर कर लाना पड़ता है | जब इस संबंध में हमने ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने अपनी परेशानी बताई | और कहा यदि प्रशासन ने हमारे इलाके पर ध्यान नहीं दिया तो समस्त चकरा निवासी चक्का जाम करने के लिए मजबूर होंगे |