उज्जैन आकर कुटिया में रुकेंगे नरेंद्र मोदी
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 पीएम नरेंद्र मोदी उज्जैन में आयोजित वैचारिक महाकुंभ में शिरकत करेंगे। वे 14 मई को इंदौर आएंगे और फिर हेलिकॉप्टर से दोपहर 12.30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। यहां पर उनके लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। लेकिन पीएम के लिए यहां पर जो छोटा सा घर तैयार किया गया है। इस घर में पीएम की प्रोटोकॉल को भी ध्यान में रखा गया है और उज्जैन के कुंभ सी गरिमा भी। पढ़ें, क्या है इस कुटिया की खासियत...
वैचारिक महाकुंभ के आयोजन का पूरा दारोमदार राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे पर है।
- आयोजन के लिए 87 हेक्टेयर जमीन पर मंच, डोम और कॉटेज बनाए जा रहे हैं।
- यहां पर दो कुटिया भी तैयार की गई हैं। इनका नामकरण भी हो चुका है। एक का नाम चित्रकूट तो दूसरी का पंचवटी रखा गया है।
पीएम मोदी के लिए बनी पंचवटी का साइज 20 बॉय 25 वर्गफीट है। इसे दूर से देखेंगे तो लगेगा कि आप किसी गांव में आ गए हैं।
- ईंट और मिट्टी से तैयार की इस कुटिया को अंदर-बाहर और नीचे (फर्श) गोबर से लीपा गया है।
- बाहर माधव कॉलेज फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने चित्रकारी की है। उसे मालवा में मांडना कहते हैं।
- अंदर सोफा है, टेबल-कुर्सी है, पलंग है, एसी है और एक अलमारी है। छत पर घास लगाई है।
ऐसे तैयार हुई पीएम की कुटिया
कुटिया को लेकर जब सांसद अनिल माधव दवे से पूछा गया कि शहर में चर्चा है कि इस कुटिया को बनाने में लाखों रुपए खर्च हुए हैं। इस पर दवे ने यहां मौजूद विशाल राजौरिया की ओर इशारा किया और पंचवटी और चित्रकूट दिखाने का कहा। इस पर राजौरिया ने पूरा हिसाब बताते हुए कहा कि पांच हजार रुपए में गोबर लिपाई का ठेका दिया। 10 हजार ईंट 30 हजार रुपए में खरीदी। झोपड़ी बनवाने में मजदूरी 20 हजार रुपए, 6 हजार में तखत खरीदे गए। 1500 रुपए में कुर्सी खरीदी गई। बिजली का काम थोड़ा जोखिम भरा होता है, इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान दिया। बिजली के तार, फिटिंग और उपकरण पर 20 हजार रुपए खर्च हुए। 1.5 टन के दो एसी लगाए हैं। अब सोच लीजिए इस पूरी व्यवस्था पर कितना खर्च हुआ होगा। बमुश्किल एक लाख रुपये में ये बनकर तैयार हुई है। उन्होंने बताया कि यह जो दरवाजे और खिड़की आप देख रहे हैं। अनिल के पुराने मकान के हैं। उन्होंने बताया पंचवटी के निर्माण पर कोई फिजूल खर्च नहीं हुआ है।