10 जनमिलिशिया सदस्य एवं 01 रेंज कमेटी सदस्य
विजय पचौरी
शासन की पुनर्वास एवं आत्म समर्पण नीति से प्रभावित, पुलिस द्वारा चलाये गये नक्सल विरोधी अभियान से दबाव में आकर व जनजागरण अभियान से प्रेरित होकर, समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा तथा आंध्रप्रदेश के बड़े नक्सली लीडरों की प्रताडऩा एवं भेदभाव से प्रताडि़त होकर 11 नक्सलियों ने कोंडागांव जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित सभी माओवादी छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं, जो थाना मर्दापाल एवं बयानार क्षेत्र में सक्रिय थे। समर्पणकर्ताओं में 10 जनमिलिशिया सदस्य एवं 01 रेंज कमेटी सदस्य हैं।
बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी एवं कोंडागांव एसपी जेएस वट्टी ने बताया कि बस्तर रेंज में लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत् बयानार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। केन्द्रीय व राज्य सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान से नक्सली संगठन पर भारी दबाव बना हुआ है, वहीं सरकार की आकर्षक पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में जुडऩे हेतु कुल 11 (10 पुरूष एवं 01 महिला) नक्सलियों रमलू सोरी, रामजी नेता, मधनसिंग सलाम, मिटकूराम उर्फ झिटकू राम सलाम, दशरथ नेताम, ंिसगलू सोरी, गुदराम कोर्राम, कोहड़ी राम, रामू सलाम, जोलमा कोर्राम एवं रामजी सलाम उर्फ मंदेर उर्फ नवीन ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित सभी नक्सली ग्राम बयानार, राजबेड़ा, एवं छोटे उसरी के जनमिलिशिया सदस्य हंै, जिनके विरूद्ध थाना मर्दापाल, बयानार में विभिन्न गंभीर प्रकृति के नक्सली अपराधों के तहत् आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
आत्मसमर्पित नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि आंध्र के नक्सली संगठनों द्वारा बस्तर की महिला नक्सलियों के साथ किये जा रहे लैंगिंक शोषण व अत्याचार से त्रस्त होकर हमने परिवारिक एवं सामाजिक जीवन से वंचित होने के कारण आत्मसमर्पण किया है और निकट भविष्य में अन्य नक्सली सदस्य आत्मसर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकते हैं।