भिलाई। बीएसपी में 15 हजार 500 से भी अधिक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनियन मान्यता चुनाव के लिए 10 यूनियनों ने अपनी सहमति दे दी है। इन यूनियनों ने संगठन के दस्तावेज, सदस्य संख्या आदि डिप्टी सीएलसी को उपलब्ध करा दी है।
जानकारी उपलब्ध न कराने वाले दो यूनियनों को सात दिनों का समय दिया गया है। वह भी दो दिनों में पूरा हो जाएगा। इसके बाद चुनाव की अनुमति के लिए केंद्रीय श्रमायुक्त कार्यालय रायपुर से द्वारा श्रम विभाग दिल्ली पत्र भेजा जाएगा। उम्मीद है कि इसी माह अंत तक इसकी मंजूरी भी मिल जाएगी।
बीएसपी में दो साल तक मान्यता में रही इंटक यूनियन का दो साल का कार्यकाल बीते साल अक्टूबर में पूरा हो गया। संयंत्र में औद्योगिक विवाद अधिनियम 1948 के तहत मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए अंतिम चुनाव दो अगस्त 2019 को हुआ था। चुनाव में इंटक ने सबसे ज्यादा 31.4 फीसद वोट लेकर कर मान्यता हासिल की थी। केंद्रीय श्रम विभाग ने 10 अक्टूबर को इंटक को मान्यता का पत्र जारी किया थ
बीएसपी में कर्मचारी यूनियन का चुनाव औद्योगिक विवाद अधिनियम 1948 और कोड आफ डिसीप्लिन के तहत होता है। इसमें प्रतिनिधि यूनियन का दर्जा प्राप्त करने 15 फीसद से अधिक वोट मत हासिल करना अनिवार्य है। इससे अधिक मत प्राप्त करने वाली सबसे बड़ी यूनियन को ही मान्यता दी जाती है। इसी मान्यता प्राप्त यूनियन को कर्मियों के लिए किसी मसौदे पर प्रबंधन के साथ चर्चा व समझौता करने का अधिकार होता है।
मान्यता चुनाव की प्रक्रिया के पहले केंद्रीय श्रमायुक्त कार्यालय द्वारा प्रबंधन एवं सभी पंजीकृत यूनियनों से सदस्य संख्या, पंजीयन क्रमांक, आडिट सहित अन्य जानकारी मांगी जाती है। साथ ही चुनाव के लिए प्रबंधन व यूनियन की भी सहमति ली जाती है। वर्तमान में इंटक, सीटू, इस्पात श्रमिक मंच, भिलाई इस्पात मजदूर, स्टील वर्कर्स यूनियन, बीएसपी वर्कर्स यूनियन, भिलाई स्टील मजदूर सभा एटक, एक्टू, भिलाई श्रमिक सभा एवं लोकतांत्रिक इस्पात इंजीनियरिंग मजदूर लोईमू ने सहमति के साथ सारे आवश्यक दस्तावेज श्रमायुक्त, केंद्रीय को उपलब्ध करा दिया है।