मध्यप्रदेश में विकसित होगा नया औद्योगिक नगर
मध्यप्रदेश में विकसित होगा नया औद्योगिक नगर
चम्बल के बीहड़ भी होंगे विकसित देश के शीर्षस्थ उद्योग जगत ने मध्यप्रदेश में निवेश की उत्सुकता प्रकट की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उद्योगपतियों को प्रदेश में प्रस्तावित नये औद्योगिक नगर तथा चम्बल के बीहड़ क्षेत्र के विकास तथा औद्योगिक निवेश का आमंत्रण दिया।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान से मुम्बई में टाटा, रिलायंस, शापुरजी पालोनजी, वेलस्पन, महिन्द्रा, फोर्स, गोदरेज आदि समूहों के प्रमुखों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को इंदौर में अक्टूबर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने का आमंत्रण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश निवेश का सर्वाधिक आदर्श डेस्टिनेशन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नया औद्योगिक नगर इंदौर-भोपाल के बीच बनाया जायेगा। चम्बल के बीहड़ों में भी उद्योगों की स्थापना से क्षेत्र का चहुँमुखी विकास होगा। मुख्यमंत्री के साथ मध्यप्रदेश की उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा भी उपस्थित थे।टाटा समूह के चेयरमेन सायरस मिस्त्री ने सौर ऊर्जा पम्प, दलहन फसलों के उत्पादन में अभिरुचि दिखाई। उन्होंने देवास स्थित टाटा इंटरनेशनल के विस्तार की परियोजना की जानकारी दी। रिलायंस समूह के प्रबंध संचालक सतीश सेठ द्वारा मैहर में पाँच लाख मिलियन टन सीमेंट उत्पादन में वृद्धि करने के लिये नई यूनिट स्थापित करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 12 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। इसे बढ़ाकर अगले वर्ष से 16 मिलियन टन किया जायेगा। उन्होंने अक्षय ऊर्जा, मेट्रो रेल और प्रतिरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने की रुचि प्रदर्शित की। मुख्य प्रबंध संचालक श्री शापुजी-पालोनजी समूह के मुख्य प्रबंध संचालक शापुर मिस्त्री ने शहरी-ग्रामीण आवासीय परियोजनाओं, खान नदी डायवर्जन, जल आपूर्ति परियोजनाओं, हाईटेक सिटी और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य की संभावनाएँ बताई। इप्का के चेयरमेन प्रेमचंद्र गोधा ने प्रदेश में 30 वर्षों से संचालित परियोजनाओं की जानकारी देते हुए नई विस्तार योजनाओं के संबंध में चर्चा की। डीबी पावर लिमिटेड के प्रबंध संचालक गिरीश अग्रवाल और ल्यूपिन के संचालक के.आर. गुप्ता ने भी मुख्यमंत्री से मध्यप्रदेश में निवेश के संबंध में चर्चा की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मोहम्मद सुलेमान, ट्रायफेक के प्रबंध संचालक अरुण भट्ट एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।