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नारायणपुर। जिले के रावघाट लौह अयस्क खदान के आश्रित ग्राम खोडगांव में खदान से भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अंजरेल की पहाड़ से लौह अयस्क लेकर जा रहे दो टिप्पर वाहनों को ग्रामीणों ने रोककर बीएसएफ कैम्प में खाली करवाया। साथ ही लौह अयस्क चोरी छुपे ले जाने और वादा खिलाफी का आरोप भी लगाया।
ग्रामीणों का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने इलाके में विकास करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई विकास का कार्य किया और ना ही किसी भी ग्रामीण को नौकरी दी है। जिसके विरोध में लौह अयस्क भरके जा रही वाहनों को रोककर खाली कराया गया है। जब तक हमारी जनसुनवाई नहीं की जाएगी कोई लौह अयस्क भरी वाहनों को जाने नहीं दिया जाएगा। वहीं पुलिस ने भी ग्रामीणों व प्रबंधन के बीच कोई बड़ा विवाद ना हो इसके लिए वाहनों को केम्प के पास खाली कराके वापस भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के ग्राम खोडगांव से रावघाट माइंस का लौह अयस्क खनन करके भिलाई इस्पात सयंत्र ले जाने से पूर्व वर्ष 2007 में कांकेर व नारायणपुर जिले के 22 गांवों को गोद लेकर इलाके के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करने के सपने दिखाये थे, लेकिन सपने सिर्फ सपने बनकर रह गए। भिलाई इस्पात संयंत्र की इस वादा खिलाफी और अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए खनन कार्य बंद करने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं।
ग्राम खोडगांव के ग्रामीण लखन का कहना है कि वर्षों से भिलाई इस्पात सयंत्र द्वारा ग्रामीणों से मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करने और यहां के लोगों को काम देने के सपने दिखाये जा रहे हैं, लेकिन साल दर साल बीतने को है इनके वादे सिर्फ वादे बनकर रह गए है। जिस पहाड़ी से हजारों घरों के जीवन यापन का सहारा जुड़ा हुआ हैं, भिलाई इस्पात सयंत्र अपने फायदे के लिए यहां खनन करके पर्यावरण को नुकसान पहुचायेंगे। उन्होने कहा कि अंजरेल की पहाड़ियों से बहने वाला पानी अबूझमाड़ से लेकर नारायणपुर तक बहता है। जब खनन होने लगेगा तो पानी दूषित होगा जिसका नुकसान इलाके को होगा। जिससे यहां के लोगों का जीवन यापन करना दूभर हो जाएगा इसलिए खनन काम बंद होना चाहिए।
MadhyaBharat
15 March 2022
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