चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद नवजोत सिद्धू ने बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। आठ माह के कार्यकाल में यह दूसरा मौका है जब नवजोत सिद्धू ने इस्तीफा दिया है। नवजोत सिद्धू संगठन में अधिक नियुक्तियां नहीं कर पाए।
पांच राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद मंगलवार को सोनिया गांधी ने संबंधित सभी राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों से इस्तीफा मांग लिया था। पंजाब में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 18 सीटों पर जीत मिली।
नवजोत सिद्दू अपनी सीट भी हार गए। सिद्धू को पिछले साल 18 जुलाई को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सिद्धू ने सुनील जाखड़ के स्थान पर 23 जुलाई को कार्यभार संभाला था।
इस बीच पंजाब में कांग्रेस ने नेतृत्व परिवर्तन कर दिया। चन्नी सरकार द्वारा डीजीपी तथा एडवोकेट जरनल सिद्धू की पसंद के नहीं लगने पर उन्होंने 28 सितंबर को अध्यक्ष पर से इस्तीफा दे दिया था। कई दिनों की खींचतान में चन्नी सरकार ने दोनों अधिकारियों को बदल दिया। इसके बाद अक्टूबर में सिद्धू दोबारा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर बैठे।
विधानसभा चुनाव के दौरान भी नवजोत सिद्धू की मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी व अन्य नेताओं के साथ नहीं बनी। अब सोनिया गांधी के निर्देश पर बुधवार को नवजोत सिद्दू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।