जगदलपुर में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस और नक्सलियों के बीच आज हुई मुठभेड़ में एक नक्सल डिप्टी कमांडर मारा गया है।
पुलिस से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार डीआरजी दल के साथ हुई मुठभेड़ में कटेकल्याण एरिया के डिप्टी कमांडर सुखराम को पुलिस ने मार गिराया है। इससे राइफल, टिफिन बम, नक्सल पर्चों के साथ जरुरत का सामान भी बरामद किया गया है।
22 हत्याओं का आरोपी नक्सली पकड़ा गया
नारायणपुर में 44 जवानों एवं 2 ग्रामीणो की खून की होली खेलकर जमीन को लाल करने वाले इनामी नक्सली कमांडर को पुलिस ने दस साल के अभियान के बाद सलाखों के पीछे किया है। झाराघाटी पुलिस के द्वारा रोहताड से लगे खंडाला के जंगल में दबिश देकर हार्डकोर नक्सली को पकडा है। 13 स्थायी वारंट पर लंबे समय से इसकी तलाश की जा रही थी ।
एसडीओपी सीडी तिर्की ने बताया कि सोमवार को झारा थाना प्रभारी रोहित मालेकर के नेतृत्व में जिला बल ,डीआरजी एवं सीएएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन की कार्रवाई के लिए महिमागवा डी की ओर रवाना हुई थी ।
सुरक्षाबलों के रोहताड पहुंचने के बाद उन्हे खंडाला के जंगल में हार्डकोर नक्सली होने के जानकारी मिली जिसके बाद जवान तत्काल पोजिशन लेते हुए खंडाला के जंगल की ओर ब ढने लगे । वहां पहुंचते ही संदिग्ध अवस्था में घूम रहे नक्सली धनसिंह कोर्राम (35)उर्फ सुखदेव पिता मंगल कोर्राम निवासी बडेंगहोल को दबिश देकर गिरफ्तार किया गया ।
उन्होंने बताया कि धनसिंह बयानार एलजीएस में उप कमांडर एवं कोंगेंरा मिलिशिया में कमांडर के रूप में कार्य कर रहा था । इस पर एसपी के द्वारा छोटेडोंगर एवं धौ डाई थाना में दस-दस हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था ।
वहीं अंताग ढ,मर्दापाल,बयानार एवं कोंडागांव थाना में धनसिंह के खिलाफ अन्य मामले बताए जा रहे है। गिरफ्त में आए नक्सली के द्वारा किए गए ब डी घटनाओं में 29 जून 2010 को कौशलनार के पास एबुंश लगाकर 27 सीआरपीएफ के जवानों को शहीद करने एवं झाराकैंप पर हमला कर सीएएफ के पांच जवानों की हत्या करने का मामला चल रहा है।
इससे साथ ही अन्य दर्जनो मामले है जिस पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट ,अपहरण , डकैती एवं शस्त्र अधिनियम के अपराध में संलिप्ता पाएं जाने पर मामला कायम किया गया है। जिसे न्यायालय में पेशकर जेल भेद दिया गया है।