जगदलपुर। बस्तर को राजधानी रायपुर से जोड़ने वाली रेल लाईन के अवरूद्ध विस्तार के लिए 3 अप्रैल से शुरू होने वाले रेल आंदोलन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। रेल आंदोलन को सफल बनाने के लिए हर वर्ग व समाज के लोग इसके लिए अपना योगदान दे रहे हैं।
रेल आंदोलन की रणनीति को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है, इसमें खाने की व्यवस्था से लेकर लोगों के रूकने तक की जिम्मेदारी तय की जा रही है। साथ ही प्रतिदिन कितनी दूरी तय करनी है और रात्रि विश्राम कहां-कहां किया जायेगा इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।
बस्तर रेल आंदोलन मंच के संपत झा ने बताया कि इस आंदोलन में युवा वर्ग काफी अधिक मात्रा में जुड़ रहे हैं। उन्होने कहा कि बस्तर के साथ रेलवे की अनदेखी से लोगों में नाराजगी है, प्रस्तावित रेल आंदोलन 3 अप्रैल से अंतागढ़ से बस्तर तक पदयात्रा करने का ऐलान किया गया है। इस पदयात्रा की घोषणा के बाद से रास्ते में पड़ने वाले अंतागढ़, नारायणपुर, कोंडागांव सहित दक्षिण बस्तर के लोग भी इस आंदोलन को समर्थन देने पहुंच रहे हैं। वहीं समाज, संगठन, युवा व व्यापारी वर्ग से लेकर चेंबर और बीपीएस, जैसे संस्थान भी समर्थन कर रहे हैं, साथ ही इस आंदोलन की रूपरेखा में भी अपना सहयोग दे रहे हैं।