पहाड़ियों और पठारों की बहुलता वाले आगर मालवा जिले के ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर देने के लिए कलेक्टर दुर्ग विजय सिंह ने एक नया फार्मूला तय किया है। इस व्यवस्था में किसान को अपने ही खेत से पत्थर खोद कर उसे मेढ़ पर रखना होगा, इसके बदले किसान को मनरेगा के तहत दी जाने वाली मजदूरी की राशि का भुगतान किया जाएगा।
ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के दौरान यह व्यवस्था शुरू करने के पीछे कलेक्टर की मंशा है कि किसानों के खेत उपजाऊ बनें। इसके अलावा जिले में जल संरक्षण के लिए छोटे व निस्तारित तालाबों व कुंडों को जनभागीदारी से काम कराया जा रहा है। जेसीबी व ट्रेक्टर से ग्रामीण जल संरक्षण के काम में जुटे हैं। ग्राम संसद में ग्रामीण खुद इसकी मांग कर रहे हैं। कलेक्टर सिंह के अनुसार जिले की 227 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से हर पंचायत में तीन काम 25 मई से शुरू किए जा रहे हैं। इसके लिए स्टीमेट तैयार कर उसके अनुमोदन की कार्यवाही की जा रही है।
कलेक्टर सिंह के मुताबिक नए जिले आगर मालवा में मैन पावर की दिक्कत है। इसके साथ ही सिंहस्थ में भी अमला लगा है। इस कारण ग्राम उदय के कामों की फीडिंग में दिक्कतों का सामना प्रशासन को करना पड़ रहा है।
अभियान के दौरान दिव्यांगों के परीक्षण कर उन्हें शिविर लगाकर उपकरण बांटने का काम भी शुरू है। वहीं महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भी ब्लाक और जिला स्तर पर शिविर लगाकर उनकी जांच कराई जा रही है।