आंगनबाड़ी में मीठा दूध पीने से दो बच्चों की मौत
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बीजापुर  जिले के  केतुलनार में आंगनबाड़ी में मीठा दूध पीने से दो बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार सुबह जब बच्चे आंगनबाड़ी पहुंचे तो उन्हें पीने के लिए दूध दिया गया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ देर बाद दो बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे बीमार हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और इसके बाद वे पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने कूटरू पहुंचे।इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गये हैं और फिलहाल छत्तीसगढ़ सरकार ने इस योजना को रोक दिया है। 
दूध सेवन से दो बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने रायपुर में अपने निवास कार्यालय में इमरजेंसी मीटिंग ली। अपर मुख्य सचिव एन बैजेंद्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए। सीएम ने महिला एवं बॉल विकास मंत्री रामशिला साहू और स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप को ग्राम केतलनार जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा इस मामले में सभी पहलुओं की जांच होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने 29 अप्रैल 2016 को लोक सुराज अभियान के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रो में अमृत योजना के तहत बच्चों को मीठा दूध देना शुरू किया है। योजना के शुरूआत में ही केतलनार के हादसे से सरकार सकते में है।
जांजगीर चांपा में भी दूध पीने से 5 बच्चे बीमार
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भेजा गया देवभगो कंपनी का दूध पीने से बर्रा गांव में आंगनबाड़ी के पांच बच्चे बीमार हो गए। घर आने के बाद बच्चों की तबियत बिगड़ गई। सभी बच्चों को नवागढ़ अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।