बीजापुर, 25 मार्च (हि.स.)। जिले के नक्सल प्रभावित गांव बांगोली में इंद्रावती नदी पर पुल निर्माण के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन में बैठे हुए हैं। वहीं ग्रामीणों से मुलाकात करने के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा भी पहुंचे।
जिन्होंने ग्रामीणों के आंदोलन का समर्थन किया और उनकी मांगों को जायज बताया है। प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार आई है तब से आदिवासियों को गोली मारी जा रही है। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब भाजपा की सरकार थी तब भी रैलियां होती थी। जिला मुख्यालय में प्रदर्शन होते थे। लेकिन रैलियों को रोका नहीं जाता था। आज परिस्थिति बिल्कुल अलग है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि, कुछ दिनों के लिए आंदोलन को रोकते हुए महुआ-टोरा भी संग्रहण करें। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर वे खुद पदयात्रा कर कलेक्टर को मांग पूरी करने का ज्ञापन सौंपने जाएंगे।
महेश गागड़ा ने ग्रामीणों से कहा कि सिलगेर से लेकर बेचापाल, बुरजी में कई महीनों से ग्रामीण आंदोलन में बैठे हुए हैं, जिनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, लोगों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी और मंत्री कवासी लखमा चुनाव से पहले आदिवासियों के बीच रैलियों में पहुंच जाया करते थे, अब सरकार बनने और मंत्री-विधायक बनने के बाद अपना चेहरा तक नहीं दिखा रहे हैं। ग्रामीणों की कोई भी मांग पूरी नहीं हो रही हैं। कांग्रेस सरकार के यही मंत्री और विधायक चुनाव से पहले कहते थे कि सरकार बनी तो आदिवासियों पर दर्ज मुकदमे वापस होंगे। लेकिन सरकार में आने के बाद इनके सुर ही बदल गए हैं।