ग्वालियर। जिले में अप्रैल माह में इस बार गर्मी ऑल टाइम रिकॉर्ड बनाती दिख रही है। यहां अप्रैल के दूसरे दिन ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था। शनिवार को अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जाने से सीवियर हीट वेव यानी तीव्र लू की स्थित बनी रही। इसके बाद लगातार दूसरे दिन रविवार को भी शहरवासियों को तीव्र लू का सामना करना पड़ा। जिससे दोपहर में बाजारों और सड़कों पर लगभग सन्नाटा पसरा रहा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को भी तीव्र लू की स्थिति रहेगी जबकि मंगलवार से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने से तीव्र लू से राहत मिल मिलने की संभावना है।
पिछले दिनों की तरह रविवार को भी मौसम शुष्क रहा। जिससे सुबह से ही काफी तेज धूप निकली। साथ ही उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं। दोपहर बाद हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी हो गया। इस दौरान हवाओं की गति सात किलोमीटर प्रति घंटा थी। सूरज की भीषण तपन और गर्म हवाएं चलने से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक तीव्र लू का प्रकोप रहा। दोपहर में तो ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे आसमान से आग बरस रही हो। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में ही पड़ रही भीषण गर्मी से लोग इसलिए हैरान हैं कि जब अभी से गर्मी चरम पर है तो भीषण गर्मी के लिए कुख्यात मई और जून में क्या हालात बनेंगे।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में रविवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 6.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 1.0 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 27 और शाम को 21 प्रतिशत दर्ज की गई।
स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि मौसम विज्ञान केन्द्र ग्वालियर में वर्ष 1990 तक के मौजूद रिकॉर्ड के अनुसार ग्वालियर में अपै्रल माह के पहले पखवाड़े में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर कभी नहीं पहुंचा।
उन्होंने बताया कि सोमवार को भी ग्वालियर एवं चम्बल संभाग के जिलों में लू चलने की संभावना है जबकि ग्वालियर, दतिया व गुना जिले में तीव्र लू चल सकती है। उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में राजस्थान की ओर से पश्चिमी गर्म हवाएं आ रही हैं इसलिए तीव्र लू की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार 12 अपै्रल की रात में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने की संभावना है। जिसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। इसके बाद तापमान में गिरावट होगी। जिससे तीव्र लू से राहत मिलने की संभावना है।