किरीट और नील सोमैया विदेश भागने की तैयारी में: संजय राऊत
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मुंबई। भाजपा नेता किरीट सोमैया और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए जमा किए गए पैसे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। संजय राऊत का आरोप है कि किरीट सोमैया तथा उनके बेटे नील सोमैया विदेश भागने की तैयारी में हैं। इसलिए इन दोनों के खिलाफ पुलिस को लुक आउट नोटिस जारी करना चाहिए।

संजय राऊत ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि किरीट सोमैया तथा नील सोमैया ने आईएनएस विक्रांत को स्क्रैप में जाने से बचाने के नाम पर पूरे देश से पैसा वसूला लेकिन यह पैसा राजभवन तक नहीं पहुंचाया। इस मामले में कई पूर्व सैनिकों ने 10-10 हजार रुपये आईएनएस विक्रांत की दान पेटी डालने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़ा यह बहुत बड़ा मामला है। देश की अस्मिता आईएनएस विक्रांत के नाम पर धनउगाही करने तथा उसका हिसाब न मिलना देशद्रोह ही है। इस मामले की जांच मनी लॉड्रिंग एंगल से की जानी चाहिए।

संजय राऊत ने कहा कि यह मामला यह मामला पुलिस स्टेशन में दर्ज है। पुलिस ने किरीट और नील सोमैया को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों अब तक पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं। संजय राऊत ने कहा कि किरीट सोमैया तथा नील सोमैया फरार हैं और दोनों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बचाने का प्रयास कर रही है। संजय राऊत ने कहा कि किरीट सोमैया तथा नील सोमैया को भाजपा अग्रिम जमानत दिलवाने के लिए कोर्ट पर दबाव बना रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को भी इस मामले में किरीट सोमैया को बचाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

 

इस बीच सोमवार को किरीट सोमैया का दिसंबर 2013 का तत्कालीन राज्यपाल शंकरनारायण को लिखा एक पत्र सामने आया है। उस पत्र में किरीट सोमैया ने लिखा है कि आईएनएस विक्रांत को बचाने के नाम पर चर्चगेट स्टेशन पर 11 हजार 224 रुपये वसूले गए हैं। यह रुपये वे राजभवन को सौंपना चाहते हैं लेकिन राजभवन में किरीट सोमैया ने यह रुपये नहीं दिए थे। यह रकम सिर्फ चर्चगेट स्टेशन पर जमा की गई थी, जबकि किरीट सोमैया ने उस समय कुलाबा नेवीनगर से लेकर पूरी मुंबई तथा पूरे देश से पैसा वसूल किया था। उस राशि के बारे में किसी को जानकारी नहीं है।