खरगौन। सांप्रदायिक हिंसाग्रस्त प्रदेश के खरगोन में शुक्रवार को सुबह भी दो घंटे की ढील दी गई। इस दौरान लोगों ने आवश्यक चीजों की खरीदारी की। कर्फ्यू में ढील के दौरान पुलिस की कड़ी नजर रही। जुमा और गुड फ्राइडे पर सभी धर्मालय बंद रहे। जुमे की नमाज लोगों ने घरों पर पढ़ी और शनिवार को हनुमान जयंती पर भी मंदिर बंद रखने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने शाम को भी दो घंटे की ढील देने की घोषणा की है।
मध्य प्रदेश के खरगौन शहर में 10 अप्रैल को रामनवमी की रात पथराव के बाद सांप्रदायिक हिंसा के चलते पूरे शहर में कर्फ्यू लगा है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी सुबह दो घंटे की ढील दी गई है। यह छूट महिला-पुरुष दोनों के लिए रहेगी। लोगों सब्जी, फल, दूध, किराना, मेडिकल, इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग, मिठाई और नमकीन की दुकान खोल सकेंगे। छूट के दौरान पुलिस का सख्त पहरा रहेगा। शुक्रवार को भी सुबह 10 से 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। इस दौरान किसी वाहन को नहीं निकलने दिया गया। लोगों को जरूरत का सामान खरीदने के लिए बाजार पैदल ही जाना पड़ा। सुबह 10 से 12 बजे तक छूट के दौरान बाजार में सामान लेने वालों की भीड़ नजर आई।
प्रशासन की सूचना के अनुसार इसी तरह शाम को भी कर्फ्यू में दो घंटे की ढील रहेगी। इस दौरान दुकानें खोली जा सकेंगी और लोग जरूरी सामान की खरीदारी कर सकेंगे। दुकानों को छोड़कर दूसरे स्थानों पर पांच या इससे ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकेंगे। धार्मिक स्थल नहीं खुलेंगे। वहीं, जुमे की नमाज भी घर में ही होगी। गुड फ्राइडे पर चर्च भी बंद हैं। शनिवार को हनुमान जयंती पर मंदिर भी बंद रहेंगे।
इससे पहले गुरुवार को भी शहर में सुबह 10 से 12 बजे और शाम को 5 से 7 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई थी। यह ढील केवल महिलाओं के लिए थी। महिलाओं ने घर में आवश्यक सामान की खरीदारी की और निश्चित समय पर सभी लोगों ने कर्फ्यू के नियमों का पालन किया। इस दौरान शहर का माहौल शांतिपूर्ण रहा।
कलेक्टर अनुग्रहा पी ने बताया कि शहर में अब हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन अफवाहों से पुलिस की परेशानी बढ़ गई है। गुरुवार को भी अफवाह फैल गई कि आनंद नगर कालोनी में पत्थरबाजी हो गई है। खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आनंद नगर क्षेत्र में पहुंच गए, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं मिला। पुलिस ने इस दौरान कुछ युवकों को संदिग्ध अवस्था में घूमते पकड़ा है। खरगौन हिंसा के मामले में अब तक 148 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि रामनवमी के दिन शोभायात्रा पर पथराव के बाद सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी। इसके बाद लोग काफी सहमे हुए हैं। हालांकि, कलेक्टर के लोगों के समझाने के बाद लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है लेकिन अभी अफवाहें लोगों को डरा रही हैं। ऐसे में कुछ लोगों के पयालन की कोशिश हो रही हैं। कलेक्टर-एसपी लगातार क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों को समझा रहे हैं और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दे रहे हैं।