देश की प्रगति व विकास थ्री सी सिद्धांत के आधार पर संभव: सिंधिया
rajgarh,  progress and development ,Scindia

राजगढ़। देश की प्रगति व विकास के लिए थ्री सी प्रिंसिपल यानि कनवर्सन, काॅम्पटीशन और केल्यूवेरेशन आवश्यक है और इन्हीं सिद्धांतों के आधार पर कार्य करना होगा तभी देश की प्रगति व विकास संभव है। यह बात रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।

इससे पहले एक दिवसीय प्रवास पर आए नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां जालपा मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। बाद में उन्होंने राजगढ़ नगर के समीप मोहनपुरा डेम का निरीक्षण कर विकासीय कार्यों की जानकारी ली। इस अवसर पर पॉवर प्वांइट प्रजेन्टेशन के माध्यम से उन्होंने प्रेशराइज्ड जल प्रदाय व्यवस्था की तकनीकी कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह विश्व स्तरीय निर्माण कार्य है। इससे कृषि विकास कार्यों में बड़ी उपलब्धियां प्राप्त होंगी।

सिंधिया ने कलेक्ट्रट सभागार में आजीविका मिशन की महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों से चर्चा की साथ ही उनके उत्पाद, विपणन और समूह से जुड़ने के बाद जीवन आए बदलाव के बारे में जानकारी ली और तालियां बजाकर उनका उत्साहबर्धन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं द्वारा की गई प्रगति, उनकी स्वयं की नहीं बल्कि उनके परिवार व देश की प्रगति है, इससे आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम को बल मिलेगा।

बैठक में सिंधिया ने कहा कि कुपोषण एक बीमारी नही बल्कि सामाजिक समस्या है, इसे समाप्त करने के लिए जनजागरुकता अभियान चलाएं।उन्होंने जिले में कुपोषण की समाप्ति के लिए सर्वे,रणनीति और कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के सम्पूर्ण क्षेत्र में विकास और शतप्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने के लिए जिला स्तर के साथ-साथ विकासखण्ड स्तर पर भी योजनाओं के क्रियान्वयन और उपलब्धियों की माॅनिटरिंग हो। एकदिवसीस प्रवास पर आए केन्द्रीयमंत्री श्री सिंधिया ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि 2018 में छह पैरामीटर के आधर देश के 118 जिलों को आकांक्षी जिलों के रुप में रेखांकित किया गया, जिसमें स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, पेयजल-सिंचाई, आर्थिक क्षमता-कौशल विकास और अधोसंरचना शामिल है, जिनके लिए अलग-अलग भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिनका मूल्यांकन करने के लिए नीति आयोग सहित संयुक्त सचिव स्तरीय अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई।

उन्होंने कहा कि देश की प्रगति व विकास के लिए थ्री सी सिद्धांतों के आधार पर कार्य करना होगा, जिसमें हर कार्य परिवर्तनकारी हो, हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा हो और केन्द्र व राज्य सरकार मिलजुल कर कार्य करे। इस मौके पर मंत्रीगण मोहन यादव, तुलसीराम सिलावट, महेन्द्रसिंह सिसोदिया, सासंद रोडमल नागर, विधायक कुंवर कोठार, पूर्व विधायक प्रताप मण्डलोई, अमरसिंह यादव, कविता पाटीदार, भाजपा जिलाध्यक्ष दिलबर यादव, कलेक्टर हर्ष दीक्षित, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।