ग्वालियर। ग्वालियर सहित आसपास के क्षेत्र पिछले तीन दिन से भीषण गर्मी और लपट की चपेट में है। शहर में लगातार तीसरे दिन तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर टिका रहा। ऐसे में राहत की खबर यह है कि बुधवार से मौसम बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 20 से 22 अपै्रल तक बादल छाए रहने के साथ ग्वालियर-चम्बल अंचल में कहीं-कहीं आंधी के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है। जिससे भीषण गर्मी और लपट से राहत मिलेगी।
पिछले दिनों की तरह बुधवार को भी मौसम शुष्क रहा। हालांकि दोपहर बाद आसमान में आंशिक बादल नजर आए लेकिन सूरज की चमक पर उनका कोई असर नहीं पड़ा। दिन भर लगभग पांच किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलीं उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाओं ने दोपहर में लपट का अहसास कराया। हालत यह थी लागतार सात घंटे तक तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही टिका रहा। इस दौरान दोपहर में ढाई बजे तापामन 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर भी पहुंचा। इसके चलते दोपहर के समय ज्यादातर लोग गर्मी और लपट से बचाव के लिए घर पर ही रहे और जरूरी काम से बहुत कम ही लोग घर से बाहर निकले।
स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। बुधवार शाम से इन दोनों मौसम प्रणालियों का आंशिक असर ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी नजर आएगा।
उपाध्याय ने बताया कि 20, 21 और 22 अपै्रल को ग्वालियर सहित अंचल में कहीं-कहीं धूल भरी तेज आंधी के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। जिससे भीषण गर्मी और लपट से राहत मिलेगी लेकिन 23 या 24 अपै्रल से मौसम शुष्क होने के साथ तापमान में फिर से वृद्धि होगी।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार शहर में पिछले दिन की तरह मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस पर टिका रहा जो औसत से 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 26 और शाम को 22 प्रतिशत दर्ज की गई।