\"मेक इन इंडिया\" अभियान से हुई नये आर्थिक युग की शुरूआत
shivraj in china

 

 
बीजिंग में व्यापारिक समुदाय के सेमीनार में मुख्यमंत्री  चौहान 
 
 
 
मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि  भारत में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा \'मेक इन इंडिया\'\'   अभियान ने  व्यापार को  और ज्यादा आसान बना दिया है। इससे देश में एक नए आर्थिक युग की शुरुआत हुई है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के विशेष आमंत्रण पर चीन गए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बीजिंग  में \'मध्य प्रदेश में निवेश\'\' पर  सेमिनार  में मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों और उससे होने वाले  लाभ की चर्चा की। उन्होंने निवेश की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर भी विस्तार से चर्चा की। सेमिनार में चीन के प्रतिष्ठित व्यापार समूहों और निवेशक कंपनियों ने भाग लिया। 
 
      श्री चौहान ने कहा है कि उदार निवेश नीतियों के कारण भारत की जीडीपी  दर  तेज गति से बढ़ रही है। वित्तीय वर्ष 2016 में  जीएसडीपी ने प्रभावशाली रूप से 7.6 प्रतिशत तक पहुँच गयी है। सभी भारतीय राज्य को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश  तेजी से आगे बढता भारतीय राज्य है।   इसकी सकल घरेलू उत्पादन की दर निरंतर बढ़ रही है। यहाँ आना और निवेश करना सरल है। उन्होने कहा कि दोनों महान देश हैं। दोनों देश के बीच सांस्कृतिक समानताएँ हैं।
 
      मध्य प्रदेश की सुदृढ़  आर्थिक स्थिति की जानकारी देते हुए श्री चौहान ने कहा कि राज्य 2004 के बाद से लगातार राजस्व आधिक्य वाला राज्य बन गया है और अपनी सकल राज्य घरेलू उत्पाद दर दो अंक में बनाए रखने में सफल रहा है। कर राजस्व में वृद्धि दर 17 प्रतिशत हो गई है। निवेश के फायदे गिनाते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में विश्व-स्तरीय निवेश के अनुकूल बुनियादी ढाँचा मजबूत हुआ है। यहाँ सूक्ष्म, लघु  और मध्यम उदयोग तथा प्रमुख बड़े औद्योगिक क्षेत्रों सहित 230 विकसित औद्योगिक क्षेत्र है। इनमें धार जिले के पीथमपुर में चीनी औद्योगिक टाउनशिप भी शामिल है।
 
      श्री चौहान ने औद्योगिक निवेश के लिये उपलब्ध विशाल भू-संसाधनों की जानकारी देते हुए व्यापारिक समुदाय को बताया कि भूमि 30 साल के लिए लीज के लिए रियायती दरों पर उपलब्ध हैं।
 
      विशेष फोकस वाले क्षेत्रों में निवेश के अवसरों का जिक्र करते हुए श्री चौहान ने कहा कि ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, कपड़ा और हाथकरघा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि व्यवसाय और खाद्य प्र-संस्करण, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बहुत अधिक संभावनाएं हैं।
 
     श्री चौहान ने चीनी औद्योगिक टाउनशिप, पीथमपुर के बारे में कहा कि क्षेत्रों में कुल 135 औद्योगिक भूखंड सहित 205 हेक्टेयर भूमि है। उन्होंने कहा कि चीनी कंपनियों को निवेश के लिए यह मध्य प्रदेश का सबसे अच्छा प्रस्ताव और समय है।
 
     श्री चौहान ने राज्य में निवेश करने वाली चीन की भावी कंपनियों के लिए प्रस्तावित रियायत और प्रोत्साहन पैकेज को रेखांकित करते हुए कहा कि सात साल के लिए प्रवेश कर, भूमि विकास की लागत और स्टाम्प ड्यूटी पर 100 प्रतिशत छूट, मूल्य संवर्धन टैक्स की 100 प्रतिशत प्रतिपूर्ति और केंद्रीय बिक्री कर में 10 साल के लिए, बिजली शुल्क पर 100 प्रतिशत छूट जैसी सुविधाएँ हैं, जो व्यापार स्थापित करने में अत्यंत सहयोगी हैं।
 
      मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनी प्रदेश में निवेश कर स्वयं के अलावा राज्य के विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में भी योगदान करेंगी। श्री चौहान ने 22-23 अक्टूबर 2016 को इंदौर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए व्यापार समुदाय को आमंत्रित किया।
 
      चीनी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री झांग यूझिंग ने मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने व्यापार बढ़ाने के लिये मध्य प्रदेश के सकारात्मक दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कहा कि व्यापार में समावेशी विकास का विचार सराहनीय है। भारतीय दूतावास के डा बी बाला भास्कर ने भी सेमिनार को संबोधित किया। उन्होने कहा कि ऐसे प्रयासों से दोनों देश के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे।
 
     वाणिज्य एवं उद्योग  श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के गतिशील नेतृत्व से मध्यप्रदेश की विकास प्रक्रिया में तेजी आई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश में निवेश करने वाली कंपनियों को किसी तरह की बाधा नहीं आयेगी। बुनियादी ढांचा संबंधी सभी सुविधाएं मिलेंगी और हर स्तर पर सहयोग मिलेगा।
 
     सेमिनार में नेशनल केमिकल इंजीनियरिंग लिमिटेड, चीन फार्चून भूमि विकास कंपनी, जीउसान समूह, शेनीयादी थ्राइव आवास निर्माण, साइनोफार्म इंटरनेशनल कारपोरेशन, बीजिंग च्वाइस इलेक्ट्रॉनिक टेक्नालाजी कंपनी, सैन्यो समूह जैसी नामी कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।