सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले के निवासी सीआईएसएफ जवान शंकर प्रसाद पटेल शुक्रवार को सुबह जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। उनके साथ और भी जवान घायल हुए हैं।
शंकर प्रसाद पटेल के शहीद होने की खबर मिलने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर छा गई। क्षेत्रीय सांसद ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार शाम तक उनके गृह ग्राम पहुंचने की संभावना है।
सतना जिले के मैहर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नौगवां निवासी शंकर प्रसाद पटेल सीआईएसएफ में एएसआई के पद पर पदस्थ थे। शुक्रवार सुबह 4.30 बजे जम्मू कश्मीर के बारामूला क्षेत्र में आतंकवादियों के गोलीबारी के दौरान वे शहीद हो गए। उनके साथ सीआईएसएफ के 10 से 12 जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ के दौरान शंकर प्रसाद पटेल के काफिले पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंक दिया, जिससे शंकर प्रसाद पटेल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सुबह उनके शहीद होने की खबर उनके पैतृक गांव पहुंची, इसके बाद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। लोग शहीद के परिजनों को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं।
सतना सांसद गणेश सिंह ने शहीद के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि जिस बहादुरी के साथ दुश्मनों से शंकर प्रसाद पटेल ने लोहा लिया और देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी, उस पर हमें गर्व है। उन्होंने न केवल विंध्य की धरती बल्कि समूचे प्रदेश का मस्तक ऊंचा किया है। उनकी शहादत पर हम नतमस्तक हैं। इस दुख की घड़ी में उनके स्वजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं मां भारती उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।
जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के बारामूला क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गुरुवार से ही मुठभेड़ जारी है। भारतीय जवानों ने अब तक चार आतंकवादियों को मार गिराया है। इस मुठभेड़ में लश्कर का टाप आतंकी कमांडर युसूफ कांतरू भी मारा गया है।