सज्जन पुरुषों की रक्षा और दुष्टों का दमन पुलिस का कर्तव्य : मुख्यमंत्री शिवराज
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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गीता के श्लोक “परित्राणाय साधुनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्” के अनुरूप सज्जन पुरुषों की रक्षा और दुष्टों का दमन पुलिस का कर्त्तव्य है। कोविड-19 में पुलिस ने सेवा के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए। नशा मुक्ति अभियान, बेटियों की सुरक्षा, सायबर अपराध पर नियंत्रण जैसी चुनौतियाँ पुलिस के सामने हैं। अतः पुलिस के प्रशिक्षण, वैज्ञानिक विवेचना की सुविधा, अन्वेषण के उपकरणों की उपलब्धता, फॉरेंसिक साइंस का हरसंभव उपयोग आज की आवश्यकता है। मुझे विश्वास है कि पुलिस विज्ञान कांग्रेस में सम्मिलित हो रहे पुलिस बलों के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि, विभिन्न विषयों और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे और उनका समाधान प्रस्तुत करेंगे।

 

मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विज्ञान कांग्रेस में भाग लेने आए सभी प्रतिनिधियों का प्रदेश में स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान ने 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के शुभारंभ अवसर पर पधारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस भोपाल में हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, समृद्ध, संपन्न और सशक्त भारत के निर्माण की प्रक्रिया जारी है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 21 हजार एकड़ से अधिक भूमि मुक्त कराई गई है, जिसकी लागत 12 हजार करोड़ से अधिक है। प्रदेश में पुलिस बल की संख्या वर्ष 2011 में 83 हजार 569 थी, जो आज बढ़कर 1 लाख 26 हजार से अधिक हो गई है। पुलिस में नई भर्तियों के लिए भी अभियान आरंभ किया जा रहा है।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में डायल-100 में बहुत ही कम समय में लोगों को पुलिस सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। ऊर्जा महिला डेस्क और क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम सुचारू रूप से संचालित है। एमपी. ई-कॉप एप के माध्यम से नागरिक सेवाओं की व्यवस्था को बेहतर बनाया गया है। इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से आपराधिक न्याय व्यवस्था के समस्त स्तंभ जैसे पुलिस, ई-कोर्ट, ई-प्रिजन, एफ .एस.एल., ई-प्रॉसीक्यूशन को सफलतापूर्वक इंटीग्रेट किया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा दी है। अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस स्मार्ट पुलिसिंग के प्रावधानों को व्यावहारिक रूप देने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगी और इसका लाभ देश को मिलेगा। कार्यक्रम को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी संबोधित किया।

 

प्रारंभ में महानिदेशक ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट (बीपीआरएण्डडी) बालाजी श्रीवास्तव ने अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के उद्देश्यों, प्रतिभागियों और चर्चा में आने वाले विषयों की जानकारी देते हुए बताया कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारतीय पुलिस के लिए सामयिक विषयों पर विचार-विमर्श करना और चुनौतियों के संबंध में रणनीति विकसित करना है। यह सम्मेलन जमीनी स्तर की व्यवस्थाओं को समझने और भविष्य में आने वाली चुनौतियों की दिशा में चर्चा के लिए साझा मंच प्रदान करता है। सम्मेलन में देशभर से 90 प्रतिभागी जुड़े हैं और 620 अधिकारी एवं पुलिसकर्मी वेबकास्ट के माध्यम से भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय आयोजन में 06 विषयों पर विचार-विमर्श होगा।

 

कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा, अतिरिक्त महानिदेशक बी.पी.आर. एण्ड डी नीरज सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन बैंड पर प्रस्तुत राष्ट्र गान के साथ हुआ।