एलेक्स पाल मेनन ने अदालत पर की थी टिप्पणी
छत्तीसगढ़ के विवादास्पद आईएएस अधिकारी एलेक्स पाल मेनन की कोर्ट पर टिप्पणी को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग ने नईदुनिया में प्रकाशित खबर की कटिंग और सोशल मीडिया में वायरल बयान को मुख्य सचिव कार्यालय को भेजा है। सामान्य प्रशासन विभाग की सचिव निधि छिब्बर ने इसकी पुष्टि की है।
मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबित मुख्य सचिव विवेक ढांड इस संबंध में भेजी गई जानकारी का परीक्षण कराएंगे और मुख्यमंत्री को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। बताया जा रहा है कि सीएम की हरी झंडी मिलने के बाद एलेक्स पाल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। वहीं, सामाजिक संगठनों ने प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत मंत्रालय में शिकायत की है।
सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने एलेक्स पाल मेनन द्वारा सोशल मीडिया में न्यायप्रणाली के खिलाफ उंगली उठाने पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एलेक्स शासकीय कर्तव्य के निर्वहन की संवैधानिक शपथ भूल गए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी एलेक्स के बयान पर जमकर बरसे। जोगी ने कहा कि यह रमन राज है, यहां सबकुछ चलता है।
जोगी ने सागौन बंगले में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आईएएस अधिकारियों के लिए आईएएस मैनुअल में गाइड लाइन होती है, जिसका सभी अधिकारियों को पालन करना चाहिए। जोगी ने कहा कि 16 साल आईएएस और दो साल आईपीएस रहने के कारण मैं इस बात को गंभीरता से समझता हूं। आज के अधिकारियों को आईएएस मैनुअल को गंभीरता से पढ़ना चाहिए और उसे समझकर पालन करना चाहिए। लेकिन प्रदेश के नए आईएएस इसका पालन नहीं कर रहे हैं।