राजनांदगांव में निरनिधि मोबाइल एप की लांचिंग के बाद अब बारिश के दिनों में जलाशयों से पानी छोड़े जाने व अलर्ट रहने की जानकारी अब लोगों को मोबाइल मैसेज से मिल सकेगी। इसके अलावा बारिश के दौरान लगातार बढ़ते जलस्तर व खतरे के निशान से जलाशय व बैराज के ऊपर पहुंचने की जानकारी भी लोगों को मोबाइल संदेश के माध्यम से मिलते रहेगी।
इसके लिए जल संसाधन विभाग द्वारा प्रदेश स्तर पर निरनिधि मोबाइल एप लांच किया गया है। जिसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर लोग अपने क्षेत्र के जलाशयों व बैराज के रोजाना की स्थिति की जानकारी ले सकेंगे। इस एप के लिए बैराज व जलाशयों में तैनात कर्मचारी रोजाना की स्थिति मोबाइल मैसेज के माध्यम से प्रभारी अधिकारी देंगे जो पूरा डेटा निरनिधि एप्लीकेशन में अपलोड करेंगे।
विभाग ने शुरू की प्रक्रिया
निरनिधि मोबाइल एप की लांचिंग के बाद जिला स्तर पर जल संसाधन विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल संसाधन के कार्यपालन अभियंता ने सभी जिम्मेदार अफसरों व कर्मचारियों को इसके क्रियान्वयन के लिए निर्देशित कर दिया है। वहीं एप में डाटा अपडेट करने का प्रशिक्षण भी इन जलाशयों व बैराज के जिम्मेदार अफसरों को दे दिया गया है।
समय पर हो सकेंगे एलर्ट
मोबाइल एप के माध्यम से मिलने वाले संदेश से लोग बाढ़ या अधिक बारिश के दौरान जलाशयों व बैराज से पानी छोड़ जाने की जानकारी से एलर्ट हो सकेंगे। अब तक आम लोगों को बगैर कोई सूचना दिए बैराज से पानी छोड़ा जाता था, जिससे कई दफे नहरों व नदियों में दुर्घटना की स्थिति भी निर्मित हो रही थी। लेकिन मोबाइल एप के माध्यम से अब ऐसी स्थिति पर नियंत्रण हो सकेगा। वही बाढ़ जैसी स्थिति का मैसेज भी पूरे प्रशासनिक अमले को समय पर मिल सकेगा।
नियंत्रण दस्ता भी होगा तैयार
निरनिधि मोबाइल एप में रोजाना के जलस्तर का डेटा अपडेट होने से जिला प्रशासन को भी बाढ़ जैसी स्थिति की जानकारी समय रहते मिल सकेगी। जिससे बाढ़ नियंत्रण जैसे कार्य के लिए भी प्रशासन समय रहते पूरी योजना तैयार कर सकेगी। वही प्रदेशस्तर में भी बाढ़ जैसी स्थिति की जानकारी आला अफसरों को मिल सकेगी।
जुड़ेंगे सभी जलाशय व बैराज
निरनिधि मोबाइल एप में ढारा जलाशय, मटियामोती जलाशय, रूसे जलाशय, रश्मिदेवी जलाशय, मोंगरा बैराज, पिपरिया बैराज व सूखानाला बैराज सहित सभी प्रमुख जल संरक्षण स्त्रोतों को जोड़ा जाएगा। जहां हर रोज जल के स्तर व पानी छोड़े जाने की तैयारी सहित बाढ़ जैसी संभवानओं को लेकर एप में संदेश सार्वजनिक किया जाएगा जो लोग मोबाइल फोन से जानकारी नहीं ले सकेंगे उन्हें जल संसाधन विभाग इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगी।
जलसंसाधन विभाग के ई ई एसके सहारे बैराज व जलाशयों में जल स्तर व पानी छोड़े जाने की जानकारी को आसान करने के लिए एप लांच किया गया है। जिससे प्रभावित हिस्से के लोग कभी भी स्थिति की जानकारी हासिल कर सकेंगे।