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दंतेवाड़ा। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प द्वारा शनिवार को जारी प्रेस नोट में कहा है कि राज्य दौरे पर निकलने के पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा यह घोषणा करना कि भारत के संविधान को मानने और हथियार छोड़ने पर नक्सलियों के साथ वार्ता के लिए वे तैयार हैं, बेमानी है। विकल्प ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ हवाई बमबारी और दूसरी ओर वार्ता की पेशकश, यह दरअसल जनता को दिग्भ्रमित करने एवं नक्सलियों को बदनाम करने की कोशिश के अलावा और कुछ नहीं है। इस वक्तव्य के पीछे और बड़े हमले की साजिश की बू आती है।
उल्लेखनीय है कि 08 अप्रैल को रायपुर के हैलीपैड में मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोंडागांव को नक्सल सूची से बाहर करने पर खुशी जताते हुए नक्सलियों को बातचीत का न्योता दिया था। जिस पर नक्सलियों ने लगभग एक माह बाद प्रेस नोट जारी कर जवाब दिया है। मुख्यमंत्री के इस न्योते को नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर वार्ता की पेशकश को सशर्त स्वीकार किया है। इस प्रेस नोट में पीएलजीए पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने, नक्सलियों को खुलेआम काम करने के अवसर दिए जाने, हवाई हमले बंद करने, सशस्त्र बलों के कैंपों को हटाने और जेलों में बंद नक्सल नेताओं को वार्ता के लिए रिहा करने की बात नक्सलियों ने लिखी है। उक्त शर्तों के आधार पर कोई भी सरकार नक्सलियों से वार्ता के लिए तैयार होगी यह संभव ही नहीं है। वास्तव में नक्सलियों ने सशर्त वार्ता की पेशकश कर शासन पर सीधा आरोप लगाकर चुनौती दे रहे हैं।
MadhyaBharat
7 May 2022
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