Since: 23-09-2009
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में निर्मित कराए जा रहे अमृत सरोवरों को दर्शनीय स्थलों के रूप में विकसित किया जाए। अमृत सरोवर के आस-पास ऐसा वातावरण निर्मित किया जाए, जहाँ ग्रामीण घूमने जाएँ और आनंद का अनुभव ले सकें।
मुख्यमंत्री चौहान ने यह निर्देश शनिवार को मंत्रालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर प्रदेश के हर जिले में बनाए जा रहे अमृत सरोवर की समीक्षा करते हुए दिए। इस मौके पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास उमाकांत उमराव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलाभिषेक अभियान में वर्षा के जल को संरक्षित करना आवश्यक है, जिससे भविष्य के लिये अधिक से अधिक वर्षा जल संग्रहीत किया जा सके, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन गाँवों में अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, वह अच्छे बनें, उनमें किसी भी प्रकार की कमी न रहे, उनके आस-पास घाट निर्माण एवं वृक्षा-रोपण का कार्य भी किया जाए। उन्होंने कहा कि तालाबों की फोटो विभाग के पोर्टल पर भी अपलोड किए जाएँ। तालाबों का उपयोग बेहतर ढंग से हो। उन्होंने कहा कि निर्मित सरोवरों के शुभारंभ की भी तैयारी की जाए।
प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास उमाकांत उमराव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में अमृत सरोवर निर्माण का कार्य तीव्र गति से और अच्छे ढंग से किया जा रहा है। प्रदेश में 15 जून के पहले लगभग 3 हजार तालाब पूर्ण कर लिए जाएंगे।
MadhyaBharat
7 May 2022
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|