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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मैन ऑफ आयडियाज़ हैं। उनके दृष्टिकोण और सबका साथ-सबका विकास की नीति के अनुरूप समाज के सबसे पिछड़े वर्गों को बराबरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान संचालित किया जा रहा है। पेसा एक्ट लागू करने, वन ग्राम को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने, जनजातीय वर्ग के बच्चों को अध्ययन की सुविधाएं देने और ग्रामीण इंजीनियर तैयार करने की योजना में उन्हें महत्व देने के कदम उठाए गए हैं। ग्रामों में कार्य के लिए लाखों लोगों की जरूरत है।
मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद संबोधित कर रहे थे। मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और उड़ीसा के जिले प्रथम चरण में प्रायोगिक परियोजना के लिए चुने गए हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जाएगा। एक तरफ जहां जनजातीय वर्ग के युवाओं को रोजगार चाहिए, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी दक्षता वाले इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर, मेसन, वाहन मैकेनिक आदि की आवश्यकता है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से जनजातीय युवाओं के लिए संसदीय संकुल परियोजना में ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन और यंत्रों के संधारण के लिए युवा जनजातीय वर्ग को लाभान्वित किया जा रहा है। कौशल प्रशिक्षण के बाद हुनर होने से काम मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी रूकेगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय इलाकों में रोजगार मिलने से स्थानीय सामाजिक-आर्थिक ढांचा भी मजबूत होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के साथ समाज खड़ा हो तभी हमारे कल्याणकारी कार्यक्रम ज्यादा सफल होंगे। मध्यप्रदेश में ग्राम और शहरों के गौरव दिवस मनाने के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। गांव को स्वच्छ रखने, बिजली के अपव्यय को रोकने, आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में किसानों का सहयोग भी देखने को मिल रहा है। ग्राम को नशा मुक्त बनाने की पहल अनेक स्थान पर की गई है। ग्रामीण इंजीनियर तैयार करने और मध्यप्रदेश में भोपाल के ग्लोबल स्किल पार्क के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण का कार्य हुआ है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, तभी वे पलायन से बचेंगे। आज शिक्षकों, चिकित्सकों और अन्य पदों पर कार्य कर रहे लोग जनजातीय क्षेत्रों में कार्य की मन: स्थिति बनाने लगे हैं। यह जनजातीय वर्ग के हित में भी है।तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर वे रोजगार का सशक्त माध्यम चुनें, यह जनजातीय समाज की बेहतरी के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के मुताबिक जनजातीय वर्ग के लिये तकनीकी प्रशिक्षण परियोजना महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।
जनजातीय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित करने और रोजगार दिलवाने की यह महत्वपूर्ण योजना है। कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि जनजातीय वर्ग को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सभी को प्रयास करना है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा जनजातीय युवाओं को संसदीय संकुल परियोजना में तकनीकी प्रशिक्षण मिलना हितकारी सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम को शामिल करने की पहल की है।
मुख्यमंत्री ने जनजातीय बंधुओं के साथ वाद्य यंत्र बजाया
इसके पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार पहुंचने पर प्रदेश के विभिन्न जनजातीय बहुल क्षेत्रों से आए जनजातीय नर्तक बंधुओं से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने स्वागत किए जाने पर स्वयं भी जनजातीय कलाकारों के साथ वाद्य यंत्र बजाकर कार्यक्रम स्थल में प्रवेश किया। वंदेमातरम के सामूहिक गान के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
MadhyaBharat
13 May 2022
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