फर्जी सेलटैक्स अधिकारी बनकर करते थे लूटपाट
फर्जी सेल टेक्स अधिकारी बनकर ट्रक चालकों से साढ़े 3 लाख ठगी करने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कोंडागांव पुलिस ने उड़ीसा प्रांत के दो आरोपियों को 2 लाख रूपए नगद समेत गिरफ्तार कर लिया है।
कोंडागांव एसपी संतोष सिंह ने बताया कि आवेदक भरत ठक्कर निवासी जैपुर उडि़सा ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि 19 जून 16 को उसकी ट्रक क्रमांक सीजी 04 जी 5954 का ड्रायवर गुप्तो डडसेना ट्रक से जयपुर उड़ीसा से रायपुर के लिए काजू लेकर निकला था। मध्य रात्रि थाना केशकाल से 03-04 किमी पहले मेनरोड पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा स्वयं को सेल टेक्स अधिकारी बताकर ट्रक को रोका गया, फिर धोखेबाजी से साढ़े 3 लाख रूपये ले लिये साथ ही ट्रक ड्राईवर से 8 हजार रूपये भी लूट लिए।
इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए थाना केशकाल को धारा 120 (बी), 170, 342, 392, 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही एएसपी श्रीमति दीपमाला कश्यप के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच व थाना केशकाल की 02 विशेष टीमें बनाई गईं। दोनों टीमों द्वारा धनपुंजी, कोटपाड, चांदली एवं उड़ीसा बोर्डर से जुड़े क्षेत्रों में कई दिनों तक गहन पतासाजी एवं सम्भावित स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर अंतत: आरोपी संजय गुप्ता को हिरासत में लिया गया। संजय गुप्ता से पूछताछ पर उसने बताया गया की उसने पवन और अन्य साथियों के साथ मिलकर नकली सेल टेक्स अधिकारी बनकर फिल्मी स्टाईल में उक्त घटना को अंजाम दिया है। संजय गुप्ता की निशान देही पर कोटपाड़ से उसके सहयोगी पवन कुमार गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ पर उन्होंने बताया की उड़ीसा छत्तीसगढ़ बोर्डर पर ये लोग अपने साथियों के साथ निगाह रखते हैं और बोर्डर से इस तरह की गाडिय़ॉं गुजरने पर अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी सेलटेक्स आधिकारी बनकर गाडिय़ों को रोक कर पैसे उगाही करते थे। 19 जून 2016 को भी उन्होंने उक्त ट्रक का पीछा कर रोका और ड्राईवर से गाड़ी व सामान के कागजात की मांग की फिर ट्रक ड्राईवर का फोन ले लिया और उसके पास जितने पैसे थे उसे लूट लिया, और ड्राईवर के मोबाईल से ही ट्रक मालिकों को सेल टेक्स अधिकारी बनकर फोन लगाते रहे। फोन पर उन्होंने आईजी बस्तर और एसपी कोण्डागांव को रूपये देने है कहकर धमकाया।
आरोपियों ने पहले तो 10 लाख की मांग की और कहा की रूपये देने पर रसीद सहित गाड़ी को छोड़ देंगे और यदि रसीद नहीं चाहिये तो 4 लाख देने होंगे। आखिरकार साढ़े 3 लाख देने की बात पर सहमति हुई। इस दौरान आरोपियों द्वारा ट्रक ड्राईवर को बंधक बना कर रखा गया था, जिसे रूपए लेने के बाद ही छोड़ा गया।
श्री सिंह ने बताया कि आरोपी संजय गुप्ता के विरूद्ध थाना नगरनार जगदलपुर में छेडखानी और मारपीट के कई अपराध पंजीबद्ध है, संजय गुप्ता और पवन कुमार धवन अपराधिक किस्म के व्यक्ति हैं, इनके अपराधिक प्रकरणों के बारे में उड़ीसा एवं सरहदी जिलों के थानों में पतासाजी की जा रही है। दोनों आरोपियों द्वारा ट्रक मालिक से ठगी किये गये 2 लाख रूपये भी जप्त किए गए हैं। अन्य आरोपियों और शेष रूपयों की पतासाजी की जा रही है। ट्रक मालिक द्वारा यह भी बताया गया कि उनके द्वारा रूपये हरजीत सिंग पप्पू के माध्यम से जगदलपुर में दिये गये थे, जिसकी प्रकरण में संलिप्तता के संबंध में जांच की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में एएसपी श्रीमति दीपमाला कश्यप, एसआई जितेन्द्र वर्मा, कृष्णा साहू, प्रहलाद यादव, सुरेश ध्रुव, जितेन्द्र विजयवार, एएसआई राजकुमार कोमरा, प्रआर ओमप्रकाश नरेटी, उमेश वर्मा एवं थाना केशकाल प्रभारी नवीन बोरकर एवं टीम की सराहनीय भूमिका रही। उन्होंने बताया कि इस कार्यवाही में सम्मिलित पूरी टीम को नगद ईनाम व प्रशंसा पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में काजू वाहनों से वसूली के संबंध में केशकाल टीआई समेत 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।